आदित्य बिड़ला समूह की कंपनी आइडिया सेलुलर (Idea Cellular) के तिमाही नतीजे बाजार अनुमानों से बेहतर रहे हैं।
कंपनी ने जनवरी-मार्च 2015 की तिमाही में 941.77 करोड़ रुपये का कंसोलिडेटेड मुनाफा हासिल किया है, जो पिछले कारोबारी साल की समान तिमाही के मुकाबले 59.7% ज्यादा है। वहीं ठीक पिछली तिमाही यानी अक्टूबर-दिसंबर 2014 की तुलना में मुनाफे में 22.8% की वृद्धि दर्ज हुई है। कंपनी की कुल तिमाही आमदनी जनवरी-मार्च 2014 के 7089.01 करोड़ रुपये से 21.4% बढ़ कर बीती तिमाही में 8608.91 करोड़ रुपये हो गयी।
आइडिया का कंसोलिडेटेड कामकाजी लाभ (एबिटा) 11.3% बढ़ कर 3064.5 करोड़ रुपये का रहा, जबकि कामकाजी लाभ मार्जिन (ओपीएम) 36.4% रहा। नेटवर्क विस्तार के लिहाज से कंपनी ने चौथी तिमाही के दौरान 3जी साइट की संख्या में 2,547 और 2जी साइट की संख्या में 5,436 की वृद्धि दर्ज की है। इसके साथ ही कंपनी की 3जी साइट की संख्या 112,367 और 2जी साइट की संख्या 30,291 हो गयी है। कंपनी ने बताया है कि चौथी तिमाही में उसके 3जी ग्राहकों की संख्या तीसरी तिमाही के 1,29,45,000 से बढ़ कर 1,45,12,000 हो गयी है।
मासिक रूप से प्रति ग्राहक औसत आमदनी (एआरपीयू) के मामले में भी कंपनी ने सुधार दर्ज किया है। इसका 3जी एआरपीयू 197 रुपये से बढ़ कर 209 रुपये हो गया। कंपनी की सेवाओं से आमदनी में मूल्यवर्धित सेवाओं (वैस) की हिस्सेदारी 23.1% से बढ़ कर 24.5% हो गयी है। वहीं डेटा की हिस्सेदारी 15.7% से बढ़ कर 16.9% हो गयी है।
हालाँकि कंपनी ने अपने बयान में कहा है कि 01 मार्च 2015 से टीआरएआई की ओर से इंटरकनेक्ट दरों (आईयूसी) में बदलाव के कारण इस बार के तिमाही आँकड़े पिछली तिमाहियों से तुलना के योग्य नहीं हैं। इंटरकनेक्ट दरों में बदलाव के कारण कंपनी की तिमाही कुल आमदनी पर लगभग 105 करोड़ रुपये का नकारात्मक असर पड़ा है।
आइडिया के ये कारोबारी नतीजे मंगलवार को बाजार बंद होने के बाद पेश हुए, इसलिए इन पर बाजार की प्रतिक्रिया बुधवार सुबह को ही दिखेगी। लेकिन मंगलवार को नतीजों से पहले ही इस शेयर में अच्छी तेजी नजर आयी। हालाँकि बीएसई में पिछले दिन के बंद भाव 186.35 रुपये की तुलना में यह कुछ समय लाल निशान में रहते हुए 184.25 रुपये तक फिसला, मगर आखिरी घंटे में यह 196.25 रुपये तक चढ़ा। अंत में यह 5.20 रुपये या 2.79% की बढ़त के साथ 191.55 रुपये पर बंद हुआ। (शेयर मंथन, 28 अप्रैल 2015)
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