एचडीएफसी (HDFC) जुटायेगी गैर-परिवर्तनीय डिबेंचरों से 1,360 करोड़ रुपये
देश की सबसे बड़ी मॉर्गेज ऋणदाता कंपनी हाउसिंग डेवलपमेंट फाइनेंस कॉर्प (एचडीएफसी) ने बताया है कि कंपनी 1,360 करोड़ रुपये के सुरक्षित प्रतिदेय गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर जारी करेगी।
देश की सबसे बड़ी मॉर्गेज ऋणदाता कंपनी हाउसिंग डेवलपमेंट फाइनेंस कॉर्प (एचडीएफसी) ने बताया है कि कंपनी 1,360 करोड़ रुपये के सुरक्षित प्रतिदेय गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर जारी करेगी।
वित्त वर्ष 2015-16 की आखिरी तिमाही में वोकहार्ट का लाभ 25.88% बढ़ कर 42.90 करोड़ रुपये हो गया है।
वित्त वर्ष की आखिरी तिमाही में टाइटन का शुद्ध लाभ 14.4% घट कर 184.11 करोड़ रुपये हो गया है।
हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार सपाट बंद हुआ।
जेएसडब्ल्यू होल्डिंग्स (JSW Holdings) को वित्त वर्ष 2014-15 की अंतिम तिमाही में हुए 4.72 करोड़ रुपये के लाभ की तुलना में वित्त वर्ष 2015-16 की समान अवधि में 28.81% की बढ़त के साथ 6.08 करोड़ रुपये का लाभ हुआ है।
ब्रोकिंग फर्म प्रभुदास लीलाधर ने हीरो मोटोकॉर्प के शेयर के लिए 2956 रुपये के लक्ष्य भाव पर जमा करने की सलाह दी है।
हिकाल (Hikal) को वित्त वर्ष 2014-15 की अंतिम तिमाही में हुए 10.19 करोड़ रुपये के लाभ की तुलना में वित्त वर्ष 2015-16 की समान अवधि में 118.25% की बढ़त के साथ 22.24 करोड़ रुपये का लाभ हुआ है।
एसीएमई रिसोर्सेज को आंध्रप्रदेश और तेंलगाना में 200 मेगावाट सोलर पावर परियोजना का ठेका मिला है।
रैन इंडस्ट्रीज (Rain Industries) को वित्त वर्ष 2014-15 की अंतिम तिमाही में हुए 84.3 करोड़ रुपये के लाभ की तुलना में वित्त वर्ष 2015-16 की समान अवधि में 76.2 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
बिड़ला कॉर्पोरेशन (Birla Corporation) के तिमाही लाभ में वित्त वर्ष 2014-15 की अंतिम तिमाही की तुलना में वित्त वर्ष 2015-16 की समान अवधि में 306.39% की बढ़त हुई है।
वित्त वर्ष 2015-16 की आखिरी तिमाही में फाइजर का लाभ 56.11% बढ़ कर 66.97 करोड़ रुपये हो गया है।
वित्त वर्ष 2015-16 की आखिरी तिमाही में आईनॉक्स विंड का लाभ 78% बढ़ कर 209 करोड़ रुपये हो गया है।
आरती इंडस्ट्रीज (Aarti Industries) के तिमाही लाभ में वित्त वर्ष 2014-15 की अंतिम तिमाही की तुलना में वित्त वर्ष 2015-16 की समान अवधि में 31.91% की बढ़त हुई है।
ब्रोकिंग फर्म प्रभुदास लीलाधर ने जिंदल स्टील ऐंड पावर (जेएसपीएल) के शेयर के लिए 80 रुपये के लक्ष्य भाव पर जमा करने की सालह दी है।
वित्त वर्ष 2015-16 की आखिरी तिमाही में एनआईआईटी टेक्नोलॉजीज को 79 करोड़ रुपये का लाभ हुआ है।
मारसन्स को ईपीसी कॉन्ट्रैक्टर से लगभग 6 करोड़ रुपये का ठेका मिला है।