हल्दी और जीरे में तेजी रहेगी बरकरार - एसएमसी

हल्दी वायदा (दिसंबर) की कीमतों के इस वर्ष के उच्चतम स्तर पर 8,000 रुपये पर पहुँचने की संभावना है।

अच्छी क्वालिटी की आवक के कारण हाजिर बाजारों में हल्दी की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। इरोद के चार बाजारों में 3,200 बैग हल्दी की आवक हुई है, जिसमें से 90% की बिक्री हो चुकी है। फिगंर वेरायटी की कीमतों में 100 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी हुई है लेकिन रूट वेरायटी की कीमतों में 350 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट हुई है। इरोद टर्मरिक मर्चेट एसोसिएशन में फिरंग वेरायटी की कीमतें 5769-8700 रुपये प्रति क्विंटल है और रूट वेरायटी की कीमतें 5355-7789 रुपये प्रति क्विंटल हैं। जीरा वायदा (दिसंबर) की कीमतों में तेजी दर्ज की जा रही है और कीमतें अब तक के उच्च स्तर पर पहुँच गयी हैं। कीमतों में आगे भी तेजी रह सकती है और कीमतें 22,000-22,300 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। घरेलू खरीदारी की ओर से अधिक माँग के बीच आवक के कारण बेंचमार्क बाजार ऊझा और राजकोट में जीरे की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। हाजिर बाजारों में इस महीने जीरे की कीमतों में लगभग 15% की बढ़ोतरी हुई हैं क्योंकि विदेशी बाजारों में भारतीय में जीरे की माँग की बढ़ोतरी हुई है। इस वर्ष घरेलू बाजारों में पर्याप्त स्टॉक नही होने से जीरे की कीमतों में आगे भी बढ़ोतरी हो सकती है। धनिया वायदा (दिसंबर) की कीमतें 5,400 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है। घरेलू खरीदारों की ओर से अधिक खरीदारी के कारण गुना में धनिया की हाजिर कीमतों में 100 प्रति रुपये किलो ग्राम की बढ़ोतरी हुई है। आवक कम रही है और किसान बुआई में व्यस्त हैं। (शेयर मंथन, 28 नवंबर 2017)