सोयाबीन और सरसों में तेजी का रुझान - एसएमसी

सोयाबीन वायदा (जनवरी) की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ 3,065-3,085 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना हैं।

बाजारों में तेजी का सेंटीमेंट है क्योंकि कारोबारियों के अनुसार कम होती आपूर्ति और सरकार द्वारा कच्चे और रिफाइंड सोया तेल के आयात शुल्क में बढ़ोतरी के कारण जनवरी के अंत तक कीमतों को मदद मिलती रह सकती है। इस बीच सोपा के अनुसार 2017-18 (अक्टूबर-सितम्बर) में भारत का सोयाबीन निर्यात लगभग 2 मिलियन टन हुआ है जो पिछले अनुमान से 0.4 मिलियन टन अधिक है। नवम्बर के अंत तक देश में सोयाबीन का कुल स्टॉक पिछले वर्ष की समान अवधि के 2,48,000 टन की तुलना में 1,13,000 टन था। रिफाइंड सोया तेल वायदा (जनवरी) की कीमतें 722-728 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। कमजोर माँग के कारण बेंचमार्क बाजार इंदौर में सोया तेल की कीमतें 2 रुपये की गिरावट के साथ 718 रुपये प्रति 10 किलो ग्राम हो गयी हैं। थोक विक्रेताओं ने कम कीमतों पर खरीदारी करना शुरू कर दिया है। सीपीओ वायदा (जनवरी) की कीमतों के 5,60-5,68 रुपये के दायरे में साइडवेज कारोबार करने की संभावना है। अधिक कीमतों पर कम माँग के कारण बेंचमार्क कांडला बंदरगाह पर रिफाइंड पॉम ऑयल कीमतें 5 रुपये की गिरावट के साथ 615 रुपये प्रति 10 किलो ग्राम पर स्थिर है। जाड़े के दिनों में पाँम ऑयल के जम जाने के कारण थोक कारोबारियों द्वारा काफी कम खरीदारी की जा रही है। सरसों वायदा (जनवरी) की कीमतें तेजी के 3,940-4,005 रुपये के दायरे में साइडवेज कारोबार कर सकती है। तेल मिलों की ओर से कमजोर माँग के कारण बेंचमार्क जयपुर बाजार में सरसों की कीमतें 10 रुपये की गिरावट के साथ 4,090 रुपये प्रति 100 किलो ग्राम हो गयी हैं। पेराई मार्जिन कम होने के कारण मिलों की ओर से सरसों की माँग कम हो रही है। (शेयर मंथन, 20 दिसंबर 2017)