हल्दी के लिए बाधा, जीरा, इलायची और धनिया में सीमित कारोबार की संभावना - एसएमसी

हल्दी वायदा (अप्रैल) की कीमतों को 7,800 रुपये के नजदीक रेजिस्टेंस का सामना करना पड़ सकता हैं।

हाजिर बाजारों में कमजोर रुझानों के कारण कीमतों की बढ़त पर रोक लगी रह सकती है। इरोद में आवक बढ़ने के कारण हल्दी की कीमतों में गिरावट हुई है। इरोद टर्मरिक मर्चेंट सेल्स यार्ड में फिंगर वेरायटी की कीमतें 5,699-8,569 रुपये प्रति क्विंटल हैं और रूट वेरायटी की कीमतें 5,323-7,809 रुपये प्रति क्विंटल के दायरे में हैं। जीरा वायदा (जनवरी) की कीमतों के 21,350-21,900 रुपये के दायरे में साइडवेज कारोबार करने की संभावना है। गुजरात के प्रमुख बाजारों में जीरे की कीमतों में मिला-जुला रुझान है। निर्यातकों की ओर से खरीदारी हो रही है लेकिन अधिक कीमतों के कारण स्टॉकिस्ट बाजार से दूरी बनाये हुए हैं। वर्तमान समय में विश्व बाजार में भारत जीरे का एकमात्रा सप्लायर है। अन्य देशों से जीरे की पर्याप्त आपूर्ति नही हो रही है। इलायची वायदा (जनवरी) की कीमतों के 1,045-1,080 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। घरेलू बाजारों में उपलब्धता कम होने और कम भंडार के कारण कीमतों को मदद मिल सकती है। धनिया वायदा (जनवरी) की कीमतों के 5,620-5,800 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। कम बुआई की खबरों के बीच स्टॉकिस्टों और घरेलू खरीदारों की ओर से अधिक खरीदारी के कारण राजकोट, कोटा और बरान में धनिया की कीमतो में बढ़ोतरी हुई है। दूसरी ओर माँग और आपूर्ति में संतुलन के कारण गुना धनिया की कीमतों में स्थिरता है। (शेयर मंथन, 22 दिसंबर 2017)