हल्दी में सुस्ती, जीरे में हो सकती है गिरावट - एसएमसी

हल्दी वायदा (अप्रैल) की कीमतों के 6,665-6,965 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
अच्छी आवक के बीच कमजोर माँग के कारण सांगली और बसमतनगर मे हल्दी की कीमतों में 100-300 रुपये प्रति 100 किलो ग्राम की गिरावट हुई है, जबकि माँग और आपूर्ति के लगभग बराबर होने के कारण निजामाबाद और इरोद में हल्दी की कीमतों में कोई बदलाव नही हुआ है। जीरा वायदा (अप्रैल) की कीमतें 14,400 रुपये के समर्थन स्तर से नीचे गिर सकती है। आगे भी 14,000-13,800 रुपये तक गिरावट हो सकती है। राजकोट में जीरे की कीमतों में नरमी का रुझान है जबकि उंझा और गोंदल में कीमतों में स्थिरता है। बाजार में बिकवाली के दबाव के बीच स्थिर माँग के कारण राजकोट में जीरे की कीमतों में 10-15 रुपये प्रति 20 किलो ग्राम की गिरावट हुई है, जबकि सुस्त कारोबार के कारण उंझा गोंदल जीरे की कीमतों में स्थिरता है। धनिया वायदा (अप्रैल) की कीमतों में 5,100 रुपये तक गिरावट हो सकती हैं। राजस्थान, मध्य प्रदेश और गुजरात के बाजारों में धनिया की कीमतों में नरमी का रुझान है। कमजोर घरेलू और निर्यात माँग के बीच बढ़ती आवक के कारण गुना, रामगंज, बरान कोटा और गोंदल में धनिया की कीमतों में गिरावट हुई है। वर्तमान समय में, मसाला निर्माताओं के पास पर्याप्त स्टॉक के कारण उनकी ओर से माँग काफी कम है और वे स्टॉक कम होने के बाद ही खरीदारी करेंगें। दूसरी बंपर उत्पादन के कारण किसान अपने स्टॉक को बाजार में ला रहे हैं। (शेयर मंथन, 21 मार्च 2018)