सीपीओ में तेजी और सरसों में नरमी का रुझान - एसएमसी

सोयाबीन वायदा (अप्रैल) की कीमतों के 3,740-3,785 रुपये के दायरे में साइडवेज कारोबार करने की संभावना है।
घरेलू और विदेशी बाजारों में सोयामील की कमजोर माँग के कारण हाजिर बाजारों में सोयाबीन की कीमतों में नरमी का रुझान हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में भारतीय सोयामील की अधिक कीमतों के कारण माँग कम हो रही है। सोयाबीन की कीमतों में बढ़ोतरी के बाद स्टॉकिस्टों और कारोबारियों की ओर से सोयाबीन की खरीदारी अचानक कम हो गयी है। लेकिन पेराई मार्जिन के बेहतर रहने से मिलें अभी खरीदारी कर रही हैं। रिफाइंड सोया तेल वायदा (अप्रैल) की कीमतों को 780 के नजदीक सहारा रह सकता है और रुपये के कमजोर होने के कारण कीमतों में थोड़ी बढ़त दर्ज की जा सकती है। डॉलर के मुकाबले रुपया चार महीने के निचले स्तर 65.20 पर फिसल गया है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेजी के रुझान पर सीपीओ वायदा (मार्च) की कीमतों 659 रुपये तक बढ़त दर्ज करने की संभावना है। रिंगिट के कमजोर होने के बाद माँग में बढ़ोतरी होने की संभावना से मलेशियन पॉम ऑयल की कीमतों में बढ़त दर्ज की गयी है। 1-20 मार्च के बीच मलेशियन पॅाम उत्पादों का निर्यात 1-20 पफरवरी के बीच 7,91,992 टन की तुलना में 9.13.091 टन हुआ है। सरसों वायदा (अप्रैल) की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ 4,020-4,060 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। अधिक उत्पादन अनुमान के साथ ही बढ़ती आवक के कारण राजस्थान के प्रमुख बाजारों में सरसों की कीमतों में गिरावट को देखते हुए मिलों ने थोक खरीदारी कम दर दी है। मिलें सरसों का स्टॉक जमा करने के लिए अभी कीमतों में आगे भी गिरावट का इंतजार कर रही है और अभी काफी कम खरीदारी कर रही हैं। (शेयर मंथन, 22 मार्च 2018)