हल्दी और जीरे में तेजी का रुझान - एसएमसी

हल्दी वायदा (मई) की कीमतें तेजी के रुझान के साथ 6,800 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं।
इरोद बाजार में हल्दी की आवक कम हुई है। किसानों ने मध्यम और अच्छी वेराइटी के केवल 4,500 बैग हल्दी बाजार में उतारें है, जिसमें से 70% हल्दी की ही बिक्री हुई है। रेगुलेटेड मार्केट कमिटी में फिंगर वेरायटी की कीमतें 6,268-7,609 रुपये और रूट वेराइटी की कीमतें 6,014-7,077 रुपये के दायरे में कारोबार कर रही हैं।
जीरा वायदा (मई) की कीमतों में 15,250 के स्तर पर सहारे के साथ तेजी का रुझान रहने की संभावना है। जीरा वायदा के मौजूदा और आगे जारी होने वाले कॉन्ट्रैक्टों के लॉन्ग और शॉर्ट दोनों पोजिशनों पर 5% अतिरिक्त मार्जिन को 10 अप्रैल से हटा लिया गया है। धनिया वायदा (मई) की कीमतों के 5,125-5,225 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। देश के प्रमुख हाजिर बाजारों में धनिया की हाजिर कीमतों में गिरावट हुई है। राजस्थान के रामगंज बाजार में 15,000 बैग धनिया की आवक हुई है, जिससे कीमतों में 50 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट हुई। जबकि बरान और कोटा में कीमतों में 50-100 रुपये की बढ़ोतरी हुई है और आवक 7,000 और 2,500 बैग हुई है। इलायची वायदा (मई) की कीमतों के 980 रुपये तक लुढ़कने की संभावना हैं। हाजिर बाजारों में स्टॉकिस्टों ने अपना स्टॉक छोड़ना शुरू कर दिया है और अपेक्षाकृत कमजोर क्वालिटी के कारण कीमतों में गिरावट हो रही है। (शेयर मंथन, 12 अप्रैल 2018)