सोयाबीन में नरमी का रुझान, रिफाइंड सोया तेल में गिरावट की संभावना - एसएमसी

सोयाबीन वायदा (मई) की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ एक दायरे में रहने की संभा
वना है। सोयाबीन की कीमतों को 3,900 के स्तर पर बाधा का सामना भी करना पड़ सकता है। हाजिर बाजारों में सोयाबीन की कीमतों में अधिकांशतः स्थिरता रही है। बेंचमार्क इंदौर बाजार में सोयाबीन की कीमतें 3,550-3,700 रुपये प्रति 100 किलो ग्राम के दायरे में हैं, जबकि सोयामील की कीमतें 31,200 रुपये प्रति टन हो गयी हैं। मध्य प्रदेश में प्लांट डिलीवरी के लिए कीमतें 3,700-3,875 रुपये प्रति 100 किलो ग्राम और महाराष्ट्र में 3,840-3,960 रुपये प्रति 100 किलो ग्राम के दायरे में हैं।
रिफाइंड सोया तेल वायदा (मई) की कीमतों में गिरावट जारी रह सकती है। इसकी कीमतें 782 रुपये से नीचे ही रह सकती है। सीबोट में सोया तेल की कीमतों में नरमी के रुझान पर घरेलू सोया तेल की कीमतों की बढ़त पर रोक लगी रह सकती है। इसके अतिरिक्त गर्मी के मौसम में घरेलू खपत में कमी आने से भी सोया तेल की खरीदारी धीमी हो गयी है। सीपीओ वायदा (अप्रैल) की कीमतें 648 रुपये से नीचे ही रह सकती हैं। सीमित माँग के कारण कांडला बंदरगाह पर आरबीडी पॉमोलीन की कीमतें 720 रुपये प्रति 10 किलो ग्राम पर स्थिर हैं।
सरसों वायदा (मई) की कीमतों में 3,980-4,000 रुपये तक बढ़त दर्ज किये जाने की संभावना है। सरकारी एजेंसियों द्वारा खरीदारी के बाद किसानों ने स्टॉकिस्टों, निजी कारोबारियों और पेराई मिलों को सरसों बेंचना बंद कर दिया है, जिससे आपूर्ति कम हो गयी है और कीमतों को मदद मिल सकती है। हाजिर बाजारों में कम आपूर्ति के कारण सरसों की कीमतें 3,950-3,955 रुपये प्रति100 किलो ग्राम के दायरे में पहुँच गयी हैं। (शेयर मंथन, 12 अप्रैल 2018)