सोयाबीन में गिरावट, सरसों में नरमी का रुझान - एसएमसी

सोयाबीन वायदा (अक्टूबर) की कीमतों में 3,280-3,250 रुपये तक गिरावट होने की संभावना है।
सोयाबीन के न्यूनतम समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी के साथ ही प्रमुख उत्पादन क्षेत्रों में अच्छी बारिश के कारण बुआई में बढ़ोतरी की संभावना से कीमतों में नरमी का रुझान है। कृषि मंत्रालय के नवीनतम आँकड़ों के अनुसार 9 अगस्त तक सोयाबीन की कुल बुआई पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 9% बढ़ कर लगभग 111 लाख हेक्टेयर में हुई है। यह समान अवधि में पिछले पाँच वर्षों के औसत स्तर 109 लाख हेक्टेयर से भी अधिक है।
सरसों वायदा (सितंबर) की कीमतों में 4,150 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ नरमी बरकरार रह सकती है। अगस्त महीने में पेराई में कमी जारी रहने से कीमतों में नरमी बरकरार रह सकती है। सरसों तेल और सरसों केक की कम माँग के कारण मिलों की ओर से सरसों की कम पेराई की जा रही है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार के रुझानों पर सीपीओ वायदा (सितंबर) की कीमतों के 590-596 रुपये के दायरे में बरकरार रहने की संभावना है, जबकि रिफाइंड सोया तेल (सितम्बर) की कीमतें 728 रुपये के सहारा स्तर से नीचे टूट सकती है और 725 रुपये तक लुढ़क सकती हैं। कमजोर निर्यात माँग और अमेरिकी सोया तेल की कीमतों में नरमी के कारण कल बीएमडी में मलेशियाई पॉम ऑयल की कीमतों में 2 हफ्ते के निचले स्तर पर गिरावट हुई है। सीबोट में सोया तेल की कीमतों में 0.8% की गिरावट हुई है जबकि चीन के डेलियन एक्सचेंज में भी सोया तेल की कीमतें 0.4% की बढ़त के साथ बंद हुई हैं। (शेयर मंथन, 16 अगस्त 2018)