सरसों में गिरावट के संकेत, सोयाबीन में सुस्ती - एसएमसी

सोयाबीन वायदा (जनवरी) की कीमतें 3,320-3,380 रुपये के दायरे में सीमित दायरे कारोबार कर सकती हैं।

बढ़ते व्यापार अंतर को पाटने के लिय चीन भारत से सोयामील का आयात करने की तैयारी कर रहा है, लेकिन चीन द्वारा भारत से सोयामील का आयात करने में अभी कुछ समय लग सकता है, क्योंकि चीन का कस्टम विभाग एक बार फिर से भारत के प्रोसेसिंग यूनिटों के जाँच के लिए 9-18 दिसंबर के बीच दौरा कर सकता है।
सरसों वायदा (जनवरी) की कीमतों में 3,950-3,930 रुपये तक गिरावट होने की संभावना है, क्योंकि मौजूदा रबी सीजन में सरसों की बुआई पिछले वर्ष के लगभग बराबर हो चुकी है। सरसों का कारोबार मौजूदा कीमतों पर होने की संभावना है, लेकिन लंबी अवधि में कीमतें उत्पादन अनुमान पर निर्भर करेंगी।
पिछले महीने पॉम ऑयल के कम आयात के कारण सीपीओ (दिसंबर) वायदा कीमतों में 497 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ तेजी जारी रहने की संभावना है। कीमतों में गिरावट के अनुमान से आयातकों द्वारा कम आयात किये जाने से नवंबर में भारत का पॉम ऑयल का आयात चार महीने के निचले स्तर पर पहुँच गया है। ब्लूमबर्ग सर्वे के अनुसार नवंबर में पॉम ऑयल का आयात अक्टूबर की तुलना में 7.5% कम होकर 6,97,000 टन रह गया है। पिछले वर्ष नवंबर में भारत ने 7,16,968 टन पॉम ऑयल का आयात किया था। (शेयर मंथन, 12 दिसंबर 2018)