विदेशी बाजारों में तेजी के रुझान पर सोयाबीन वायदा (दिसंबर) की कीमतों में कल 6% की बढ़त दर्ज की गयी।
अब यदि कीमतें 6,220 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 6,600 रुपये तक बढ़त दर्ज की जा सकती है। सीबोट में सोयाबीन वायदा की कीमतों में कल की बढ़त दर्ज की गयी और कीमतें 30 सितम्बर के बाद उच्चतम स्तर पर पहुँच गयी। इस साल अच्छे उत्पादन के अनुमान के बावजूद किसान अधिक कीमतों की उम्मीद में अपनी फसल रोक रहे हैं। यूएसडीए की नवंबर मासिक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में सोयाबीन का उत्पादन माह-दर-माह 8% बढ़कर 11.9 मिलियन टन हो गया है। खाद्य तेल की कीमतों में कल छठे दिन बढ़ोतरी हुई है। कच्चे तेल की कीमतों में कमजोरी को देखते हुये मलेशियाई पॉम तेल वायदा की कीमतों में कल लगातार दूसरे दिन गिरावट हुई है, क्योंकि सस्ता कच्चा तेल पॉम तेल जैव ईंधन के लिए कम आकर्षक रह जाता है। लेकिन भारत में, माँग में सुधार, कम आयात और बंदरगाहों में घटते स्टॉक के कारण खाद्य तेल की कीमतों में वृद्धि हुई है। एसईए के मासिक आँकड़ों के अनुसार, अक्टूबर में खाद्य तेल आयात माह-दर-माह 38.4% कम हुआ है, जबकि पोर्ट पर स्टॉक माह-दर-माह 15% कम रहा है। 2020-21 में भारत का पॉम तेल आयात एक साल पहले की तुलना में 15.2% बढ़कर 8.32 मिलियन टन हो गया, जबकि सोया तेल का आयात 15% गिरकर 2.87 मिलियन टन हो रह गया।
रिफाइंड सोया तेल वायदा (दिसंबर) की कीमतों के 1,260-1,265 रुपये तक बढ़त दर्ज करने की संभावना है जबकि सीपीओ वायदा (दिसंबर) की कीमतों के 1,155-1,160 रुपये तक बढ़त दर्ज करने की संभावना है। (शेयर मंथन, 23 नवंबर 2021)