कच्चे तेल की कीमतें 2019 के बाद से उच्च स्तर पर पहुँच गयी - एसएमसी साप्ताहिक रिपोर्ट

कच्चे तेल की कीमतें 2019 के बाद से उच्चतम स्तर पर पहुँच गयी हैं, क्योंकि पिछले सप्ताह के फ्रीज के बाद टेक्सास रिफाइनरियों ने उत्पादन फिर से शुरू कर दिया है, जबकि चार महीने तक कीमतों में बढ़त के बाद उत्पादकों को उत्पादन को बढ़ावा मिलने से कीमतों पद दबाव रह सकता है।

अमेरिका की ब्याज दरें कम बनी रहेंगी और टेक्सास में सर्दियों के तूफान के कारण अमेरिकी कच्चे तेल के उत्पादन में भारी गिरावट से अमेरिकी कच्चे तेल और ब्रेंट कच्चे तेल दोनों को बढ़ावा मिला। ईआईए के अनुसार फ्रीज के कारण कच्चे तेल का उत्पादन 10% से अधिक या प्रति दिन 1 मिलियन बैरल कम हो गया था जबकि रिफाइनिंग का स्तर इतना कम हुआ कि 2008 तक नहीं देखा गया है। ईआईए के अनुसार बाजार में अभी भी बहुत सारे नकारात्मक जोखिम हैं और उनमें से एक ओपेक प्लस की एकता है जो आने वाले महीनों में तनाव में है। हाल ही में तेल की कीमतों-ब्रेंट और डब्ल्यूटीआई दोनों-में पिछले चार महीनों में 75% से अधिक की वृद्धि हुई है-अमेरिकी उत्पादकों को अपने उत्पादन में कमी को दूर करने के लिए फिर से उत्पादन करने और ओपेक प्लस को उत्पादन बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित कर सकता है। ओपेक प्लस के सूत्रों के अनुसार समूह कीमतों में रिकवरी को देखते हुये अप्रैल से तेल की आपूर्ति पर नियंत्राण को कम करने को लेकर चर्चा करेगा। इस सप्ताह कच्चे तेल की कीमतें भारी अस्थिरता के साथ 4,300-4,740 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है, जहाँ सहारा के पास खरीदना और बाधा के पास बेचना रणनीति होगी। गैस की कीमतों में नवंबर 2020 के उच्च स्तर से तेजी से गिरावट हुई है क्योंकि अमेरिका में मौसम के गर्म होने से हीटिंग की माँग कम हो गयी है और उत्पादकों को उत्पादन को फिर से शुरू करने में मदद मिली है। मौसम मॉडल के अनुसार भी आने वाले सप्ताह में ज्यादातर हल्का मौसम जारी रहने की संभावना है और कीमतों पर दबाव पड़ा।

इस सप्ताह में, उम्मीद है कि नेचुरल गैस की कीमतें एक दायरे में कारोबार कर सकती हैं, जहाँ कीमतों को 185 रुपये के पास सहारा और 215 के पास रुकावट देखा जा सकता है। (शेयर मंथन, 01 मार्च 2021)