कच्चे तेल की कीमतों में निचले स्तर पर खरीदारी की संभावना - एसएमसी

कच्चे तेल में निचले स्तर पर खरीदारी होने की संभावना हैं और कीमतों को 4,870 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 4,780 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।

तेल की कीमतों में कल 3% से अधिक की वृद्धि हुई, क्योंकि कोविड-19 टीकाकरण अभियान में तेजी आने के बाद कारोबारियों को उम्मीद है कि माँग में उछाल आ सकती है और बाजार ईरान से तेल की किसी भी अधिक आपूर्ति को संतुलित कर सकता है जो कि तेहरान के साथ पश्चिमी देशों की वार्ता के बाद प्रतिबंधें को हटाये जाने के बाद बाजार में आयेगा। भारत में कोविड-19 के कारण होने वाली मौतों में गिरावट ने भी उम्मीदों को बल दिया कि आने वाले हफ्तों में तेल की माँग बढ़ सकती है। हाल के महीनों में संभवतः प्रतिबंधें को हटाने की उम्मीद से ईरान का तेल उत्पादन बढ़ रहा है। लेकिन ईरान की संसद के अध्यक्ष ने रविवार को कहा कि तेहरान और संयुक्त राष्ट्र परमाणु निगरानी के बीच तीन महीने का निगरानी समझौता समाप्त हो गया है और कुछ ईरानी परमाणु साइटों के अंदर तक इसकी पहुँच समाप्त हो जायेगी। ईरान और संयुत्तफ राष्ट्र के परमाणु निरीक्षक हाल ही में समाप्त हुये निगरानी समझौते को एक महीने के लिए बढ़ा रहे हैं, जिससे दोनों पक्ष 2015 के ईरान परमाणु समझौते को पुनर्जीवित करने पर व्यापक बातचीत कर सकते है।

गोल्डमैन सैक्स ने कहा कि ईरानी निर्यात में संभावित वृद्धि के बावजूद उच्च कीमतों की संभावना बरकरार है। इस वर्ष तेल की कीमतें औसतन 80 डॉलर प्रति बैरल रह सकती है। नेचुरल गैस की कीमतों तेजी के रुझान के साथ कारोबार रहने की संभावना है और कीमतों को 207 रुपये के स्तर पर सहारा और 214 रुपये के स्तर पर अड़चन रह सकता है। (शेयर मंथन, 25 मई 2021)