शेयर बाजार में पिछले कुछ समय से एक दायरे में ही कारोबार चल रहा है।
आरबीआई ने लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (एलओयू) और लेंटर ऑफ कम्फर्ट (एलओसी) पर प्रतिबंध लगा दिया है।
भारत का प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज एनएसई (NSE) 1 अक्टूबर 2018 से अपना कमोडिटी एक्सचेंज शुरू करने जा रहा है।
राजीव रंजन झा : एक रेस्टोरेंट के ग्राहक बड़े नाखुश थे। खाना अच्छा नहीं था। वेटरों को तमीज नहीं थी। ऑर्डर देने के बाद खाना कब टेबल पर आयेगा मालूम ही नहीं पड़ता था। खाने के बीच में दो रोटी और मंगा ली तो शायद दोपहर से शाम भी हो जाये आते-आते।
जयपुर में निवेश मंथन और शेयर मंथन की ओर से आयोजित निवेशक दरबार में राजीव रंजन झा ने बताया कि अगर एक ही शेयर के बारे में अलग-अलग जानकारों की राय मिले तो एक आम निवेशक क्या करें।
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को 19,744 करोड़ रुपये के आरंभिक खर्च के साथ नेशनल ग्रीन हाइड्रोजन मिशन (National Green Hydrogen Mission) को स्वीकृति दी है।
जयपुर में निवेश मंथन और शेयर मंथन की ओर से आयोजित निवेशक दरबार में राजीव रंजन झा छोटे शेयरों से बड़े मुनाफे की वास्तविकता पर जानकारी दी।
राजीव रंजन झा : जमीन जायदाद क्षेत्र की सबसे बड़ी कंपनी डीएलएफ का शेयर साल 2008 के आरंभ में सेंसेक्स की तरह ही अपने ऐतिहासिक शिखर पर चला गया था।
एक तकनीकी चार्ट क्या होता है? वह कैसे बदलता रहता है?
जयपुर में निवेश मंथन और शेयर मंथन की ओर से आयोजित निवेशक दरबार में राजीव रंजन झा ने जोखिम प्रबंधन (Risk Management) के बारे में बताया।
वर्ष 1875 में गठित बीएसई (BSE) 1 अक्टूबर 2018 से पहली बार अपना कमोडिटी एक्सचेंज (Commodity Exchange) शुरू करने जा रहा है।
जयपुर में निवेश मंथन और शेयर मंथन की ओर से आयोजित निवेशक दरबार में राजीव रंजन झा ने महँगाई के चलते निवेशकों के पैसे घट जाने का गणित बहुत आसान ढंग से समझाया।
राजीव रंजन झा : पिछले अंक में मैंने सीएलएसए की एक रिपोर्ट की मुख्य बातें सामने रखी थीं कि किस तरह उसमें निफ्टी 50 के लगभग 14,500 तक गिरने की संभावना जतायी गयी है।
राजीव रंजन झा : महीने भर पहले उत्साह बनने लगा था, ऊपर आसमान खुलता दिखने लगा था। तभी तो निवेश मंथन के अप्रैल 2022 के अंक में राग बाजारी का शीर्षक था – अबकी बार बीस हजार! बेशक, उसमें एक शर्त लगी थी कि पहले 18,604 पर बना पिछला शिखर पार हो।
राजीव रंजन झा
निर्मला सीतारमण की ओर से प्रस्तुत पाँचवें बजट ने शेयर बाजार को प्रसन्न ही किया है, और ऐसी कोई बड़ी बात इसमें नहीं है जिससे बाजार असहज हो।
इस समय सेंसेक्स और निफ्टी एक दायरे में बंधे हुए हैं। एक ओर सेंसेक्स 34,000 के ऊपर-नीचे हो रहा है तो वहीं निफ्टी 10,200-10,400 के सीमित दायरे में झूल रहा है।
राजीव रंजन झा : बाजार की मौजूदा चाल में सेंसेक्स को करीब 32,000 और निफ्टी को करीब 9,400 पर बाधा मिलने की संभावना दिखती है।