मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज (Motilal Oswal Financial Services Ltd) में रीटेल रिसर्च के प्रमुख सिद्धार्थ खेमका के मुताबिक शुक्रवार (12 अप्रैल) को कमजोर वैश्विक संकेत और ऊपरी स्तरों पर मुनाफावसूली ने निफ्टी को नीचे खींच लिया और ये 234 अंक (1.03%) टूट कर 22519 के स्तर पर बंद हुआ।
मिडकैप और स्मॉलकैप समेत सभी क्षेत्रीय सूचकांक भी लाल निशान में बंद हुए और ऑयल ऐंड गैस, पीएसयू बैंक और फार्मा नुकसान वाले प्रमुख क्षेत्र रहे। बाजार बुधवार को नयी ऊँचाई पर पहुँच गये और निफ्टी ने 22775 का स्तर छुआ। हालाँकि, अमेरिकी फेड द्वारा ब्याज दरों पर अनिश्चितता और ईरान एवं इजरायल के बीच बढ़ते तनाव की चिंता की वजह से वैश्विक बाजार में गिरावट देखने को मिली।
अमेरिका में मुद्रास्फीति आँकड़े अनुमान से अधिक होने से बॉण्ड ईल्ड में इजाफा हुआ है और भारत-मॉरिशस कर समझौते में बदलाव की वजह से एफआईआई प्रवाह में सुस्ती आ सकती है। हमारा मानना है कि वैश्विक चिंताओं और अगले सप्ताह से चुनाव शुरु होने के बीच निकट समय में बाजार में उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है।
तिमाही नतीजों का मौसम शुरू होने और मैक्रो आँकड़ों की वजह से घरेलू संकेत केंद्र में रहेंगे। बाजार सोमवार को देश के मुद्रास्फीति आँकड़े और टीसीएस के चौथी तिमाही के आँकड़ों पर प्रतिक्रिया देगा।
(शेयर मंथन, 12 अप्रैल 2024)
(आप भी किसी शेयर, म्यूचुअल फंड, कमोडिटी आदि के बारे में जानकारों की सलाह पाना चाहते हैं, तो सवाल भेजने का तरीका बहुत आसान है! बस, हमारे व्हाट्सऐप्प नंबर +911147529834 पर अपने नाम और शहर के नाम के साथ अपना सवाल भेज दें।)