टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अक्षय मुंद्रा ने आज एक बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि एफपीओ से जुटाए गए पैसों से कंपनी 5G सेवा की शुरुआत करेगी।
कंपनी ने हाल ही में ऐलान किया था कि एफपीओ (FPO) के जरिए 18,000 करोड़ रुपये तक जुटाएगी। यह भारत का अब तक का सबसे बड़ा एफपीओ होगा। अक्षय मुंद्रा ने जोर देकर कहा कि कि कंपनी के पास कंपीटिटिव स्पेक्ट्रम पोर्टफोलियो है। इसके अलावा 17 प्रायोरिटी सर्किल में 5G स्पेक्ट्रम है। सीईओ के मुताबिक पांच साल सबसे बड़ा राइट्स इश्यू बाजार में लाने के बाद कंपनी सबसे बड़ा एफपीओ ला रही है। इससे पहले यस बैंक ने 2020 में 15,000 करोड़ रुपये का एफपीओ लेकर आई थी। कंपनी के पास 298 किलोमीटर तक फाइबर नेटवर्क है।
सीईओ ने कहा कि कंपनी की वृद्धि के लिए एआरपीयू (ARPU) यानी औसत आय प्रति ग्राहक बहुत ही महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि चीन में कंपनी का ARPU $6.64 है जबकि भारत में यह $2.08 है। सीईओ ने माना कि पिछली 10 तिमाहियों में पूंजी निवेश काफी कम हुआ है। कंपनी का फोकस कैश फ्लो बढ़ाने के साथ निवेश पर है। कंपनी का मकसद अगले 2-2.5 साल में कुल आय में 5G से होने वाली आय को 40% तक लाना है। 5G सर्विस शुरू होने में 6-9 महीने लग सकते हैं। कंपनी के सबसे बड़े कारोबारी प्रतिद्वंदी भारती एयरटेल और रिलायंस जियो ने पहले ही 5G सर्विस शुरू कर दी है। वोडाफोन आइडिया के एफपीओ के लिए फ्लोर प्राइस 10 रुपये प्रति शेयर रखा गया है। एफपीओ के लिए बोली लगाने की तारीख 18 अप्रैल को शुरू होकर 22 अप्रैल को खत्म होगी।
ग्राहकों के लिहाज से कंपनी भारत में तीसरे नंबर पर है। एफपीओ में बोली लगाने के लिए न्यूनतम 1298 शेयरों की लॉट तय की गई है।
(शेयर मंथन, 15 अप्रैल, 2024)