एसएमसी ग्लोबल (SMC Global) ने सुप्रजीत इंजीनियरिंग (Suprajit Engineering) के शेयर के लिए 8-10 महीने की अवधि में 349.00 रुपये का लक्ष्य भाव दिया है।
यह लक्ष्य भाव कंपनी के शेयर के मौजूदा भाव से 20% ज्यादा है। एसएमसी का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2017-18 में हिंदुस्तान जिंक की प्रति शेयर आय (EPS) 10.91 रुपये होगी, जिस पर 14.9 के पीई अनुपात के मूल्यांकन पर इसने 31.95 रुपये का लक्ष्य भाव तय किया है।
सुप्रजीत इंजीनियरिंग में निवेश के लिए एसएमसी ने तर्क दिया है 22.5 करोड़ टन केबल उत्पादन क्षमता के साथ यह सबसे बड़ी ऑटोमोटिव केबल निर्माता कंपनी है। विभिन्न बड़ी भारतीय ऑटोमोटिव कंपनियों के अलावा सुप्रजीत इंजीनियरिंग अपने उत्पाद कई वैश्विक उपभोक्ताओं को भी अपने उत्पाद निर्यात करती है। इसके 14 में से 13 संयंत्र भारत और एक यूके में है, जो मोटर वाहन और गैर-मोटर वाहन दोनों ग्राहकों के लिए नियंत्रण करने वाले केबलों के लिए एक प्रौद्योगिकी केंद्र के रूप में भी संचालित होता है। कंपनी इस समय चार पहियों वाले वाहनों के केबलों की बिक्री बढ़ाने पर ध्यान दे रही है, ताकि इसकी दोपहिया वाहनों पर निर्भरता कम हो सके। एसएमसी ने कहा कि मारुति, बीएमडब्ल्यू, ऑडी तथा वॉक्सवौगेन जैसी कंपनियों से और अधिक ठेके मिलने पर फोर-व्हीलर सेगमेंट में इसकी बिक्री को बढ़ावा मिलेगा।
ब्रोकिंग फर्म ने अपनी रिपोर्ट में उल्लेख किया है कि कंपनी अपना गैर-मोटर वाहन केबल राजस्व बढ़ाने के लिए वेस्कॉन कंट्रोल का अधिग्रहण करने की योजना बना रही है। इसके जरिये कंपनी कृषि, चिकित्सा, विमानन और समुद्री केबल का उत्पादन भी शुरू करेगी। सुप्रजीत इंजीनियरिंग अब उत्तरी अमेरिका में भी अपने कदम जमा रही है। (शेयर मंथन, 22 जुलाई 2017)