मजबूत वैश्विक संकेतों के बीच भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक आज लगातार दूसरे दिन रिकॉर्ड स्तरों पर बंद हुए।
भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेतों और बैंक ऑफ जापान (BoJ) के फैसले से घरेलू बाजार को बल मिला। कच्चे तेल और सोने की कीमतों में गिरावट से भी बाजार को मजबूती मिली।
सेंसेक्स 27,894 और निफ्टी 8,331 अब तक के रिकॉर्ड स्तरों पर रहे।
निफ्टी (Nifty) 8,300 के मनोवैज्ञानिक स्तर से ऊपर बंद हुआ।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स 519 अंक यानी 1.90% की मजबूती के साथ 27,866 पर रहा। निफ्टी 153 अंक यानी 1.87% चढ़ कर 8,322 पर बंद हुआ। सीएनएक्स मिडकैप (CNX Midcap) में 1.58% की मजबूती रही। बीएसई के स्मॉलकैप (Smallcap) में 0.96% और बीएसई मिडकैप (BSE Midcap) में 1.24% की बढ़त रही। क्षेत्रों के लिहाज से कैपिटल गुड्स और तेल-गैस क्षेत्रों में सबसे ज्यादा खरीदारी का रुख रहा।
सकारात्मक एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत मजबूती के साथ हुई। निफ्टी 8,200 के स्तर से ऊपर खुला। इसके बाद जैसे-जैसे कारोबार बढ़ता गया, बाजार की मजबूती भी बढ़ती चली गयी। मजबूत यूरोपीय संकेतों के बीच घरेलू बाजार को बल मिला। हालाँकि दोपहर के कारोबार में बाजार में एक सीमित दायरे में कारोबार होता रहा। कारोबार के आखिरी घंटों में एक बार फिर बाजार का जोश बढ़ा। निफ्टी 8,300 के स्तर को भी पार करने में कामयाब रहा। इस दौरान सेंसेक्स 27,894 और निफ्टी 8,331 दिन के ऊपरी स्तरों तक चढ़ गये। आखिरकार, सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में ऊपरी स्तरों के आसपास ही बंद हुए।
क्षेत्रों के लिहाज से कैपिटल गुड्स को सबसे ज्यादा 2.66% का फायदा हुआ। तेल-गैस में 2.19%, आईटी में 1.96%, पावर में 1.94%, धातु में 1.91%, बैंकिंग में 1.76%, हेल्थकेयर में 1.69%, रियल्टी में 1.49%, टीईसीके में 1.47%, ऑटो में 1.44% की मजबूती रही। एफएमसीजी में 0.45% की बढ़त रही। दूसरी ओर, कंज्यमूर ड्यूरेबल्स में 3.18% की गिरावट रही। (शेयर मंथन, 31 अक्टूबर 2014)
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