निफ्टी (Nifty) गिर कर 6,675 पर, सेंसेक्स (Sensex) 208 अंक लुढ़का

उतार-चढ़ाव के बाद भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक तेज गिरावट के साथ बंद हुए। 

निफ्टी (Nifty) 6,700 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे बंद हुआ।

मार्च 2014 में  खुदरा महँगाई बढ़ने से बाजार पर दबाव बढ़ा। इस दौरान महँगाई दर बढ़ कर 8.31% पर आ गयी है, जबकि फरवरी 2014 में यह दर 8.1% रही थी।

कारोबार के अंत में सेंसेक्स (Sensex) 208 अंक यानी 0.92% की गिरावट के साथ 22,277 पर रहा। निफ्टी 58 अंक यानी 0.86% गिर कर 6,675 पर बंद हुआ। सीएनएक्स मिडकैप (CNX Midcap) में 0.83% की गिरावट रही। बीएसई मिडकैप (BSE Midcap) में 1.08% और बीएसई स्मॉलकैप (BSE Smallcap) में 1.11% की गिरावट रही। क्षेत्रों के लिहाज से आज रियल्टी और आईटी क्षेत्रों में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा। 

सकारात्मक एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत बढ़त के साथ हुई, लेकिन शुरुआती कारोबार में ही बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच कारोबार होता रहा। इसके बाद बाजार में एक बेहद सीमित दायरे में कारोबार जारी रहा। मजबूत यूरोपीय संकेतों के बीच घरेलू बाजार पर दबाव बढ़ा। दोपहर के कारोबार में बाजार बढ़त गवाँ कर लाल निशान पर फिसल गया। निफ्टी 6,700 के स्तर से नीचे लुढ़क गया। इसके बाद बाजार में गिरावट बढ़ती चली गयी। कारोबार के आखिरी घंटे में बाजार पर दबाव बढ़ा। इस दौरान सेंसेक्स 22,247 और निफ्टी 6,665 दिन के निचले स्तरों तक लुढ़क गये। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में लाल निशान पर ही बंद हुए।

क्षेत्रों के लिहाज से आज रियल्टी क्षेत्र को सबसे ज्यादा 3.87% का घाटा हुआ। आईटी में 2.49%, कैपिटल गुड्स में 2.47%, टीईसीके में 2.14%, पावर में 1.86%, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 1.10%, तेल-गैस में 0.72%, ऑटो में 0.65% और हेल्थकेयर में 0.50% की गिरावट रही। बैंकिंग में 0.11% की कमजोरी रही। दूसरी ओर, एफएमसीजी में 0.63% और धातु में 0.19% की बढ़त रही। (शेयर मंथन, 16 अप्रैल 2014)