गैर दक्षिण बाजारों में कारोबार विस्तार करेगी कल्याण ज्वेलर्स

कल्याण ज्वेलर्स कारोबार विस्तार की योजना पर काम कर रही है।कंपनी की दिवाली से पहले 10 आउटलेट्स और खोलने की तैयारी है। कंपनी यह आउटलेट्स गैर दक्षिण बाजारों में खोलने की योजना बना रही है।

 कंपनी इन 10 आउटलेट्स को खोलने पर करीब 250-300 करोड़ रुपये तक खर्च करेगी। कंपनी की इन आउटलेट्स के जरिए गैर दक्षिण बाजारों में अपनी पकड़ मजबूत करने की योजना है। कल्याण ज्वेलर्स के कार्यकारी निदेशक रमेश कल्याणरमण के मुताबिक कंपनी की यह कारोबार विस्तार योजना विजन-2025 की तर्ज पर है। कंपनी की गैर दक्षिण बाजारों में नए आउटलेट्स खोलकर आय बढ़ाने की योजना है। फिलहाल इन बाजार से कंपनी की आय करीब 35 फीसदी के बराबर आती है। इन 10 आउटलेट्स में से 5 आउटलेट्स कंपनी के होंगे जबकि 5 फ्रेंचाइजी मॉडल के तौर पर खोले जाएंगे। इसमें से 3 आउटलेट्स दिल्ली-एनसीआर में जबकि 3 उत्तर प्रदेश में 2 महाराष्ट्र में और 1-1 आउटलेट्स ओडिशा और छत्तीसगढ़ में खोले जाएंगे। आपको बता दें कि कल्याण ज्वेलर्स ने जून 2022 में ही फ्रेंचाइजी मॉडल की शुरुआत की है। कंपनी ने फ्रेंचाइजी मॉडल के तहत अपना पहला आउटलेट महाराष्ट्र के औरंगाबाद में खोला है। कंपनी विस्तार पर खर्च की जाने वाली 250-300 करोड़ रुपये की राशि आंतरिक स्रोतों से जुटाएगी। कंपनी ने जानकारी देते हुए कहा कि फ्रेंचाइजी स्टोर खोलने के लिए समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किया जा चुका है। कंपनी ने अब तक कुल 127 स्टोर देशभर में खोल रखे हैं। कल्याण ज्वेलर्स के दक्षिण भारत में 77 स्टोर्स हैं जबकि गैर दक्षिण क्षेत्रों में 50 स्टोर्स हैं। कंपनी के मध्य-पूर्व क्षेत्र में 31 आउटलेट्स हैं। कंपनी इस विस्तार योजना के तहत 500 और कर्मचारियों की भर्ती करेगी।फिलहाल कंपनी के पास 8000 कर्मचारी काम कर रहे हैं। कंपनी के मुताबिक भर्ती होने वाले नए कर्मचारी न केवल शोरुम में काम करेंगे बल्कि 'माई कल्याण' योजना के तहत स्टोर के आस-पास मौजूद रहेंगे। आपको बता दें कि 'माई कल्याण' नेटवर्क एक ऐसा प्रोग्राम है जिसके जरिए ग्राहकों तक पहुंच आसान बनाया जाता है। इस योजना के जरिए ग्राहकों को कुछ खास सेवाएं जैसे शादी की खरीदारी के लिए एडवांस बुकिंग, एडवांस खरीद स्कीम, गोल्ड इंश्योरेंस, ज्वेलरी की फ्री मेंटेनेंस,गिफ्ट वाउचर्स जैसी सुविधाएं दी जाती हैं। 'माई कल्याण' स्कीम के तहत औसत तौर पर हर शोरुम को मदद देने के लिए 6-7 लोग मौजूद रहते हैं।

(शेयर मंथन, 12 जुलाई 2022)