कोटक महिंद्रा बैंक ने सोनाटा फाइनेंस का अधिग्रहण किया

निजी क्षेत्र की बैंक कोटक महिंद्रा ने माइक्रो लेंडर यानी छोटे कारोबार के लिए कम पैसे के कर्ज देने वाली कंपनी सोनाटा फाइनेंस का पूरी तरह अधिग्रहण किया है। बैंक ने 537 करोड़ रुपये में सोनाटा फाइनेंस का पूरी तरह अधिग्रहण किया है।

 इससे पहले 2017 में बैंक ने बीएसएस (BSS) माइक्रोफाइनेंस का अधिग्रहण किया था। कंपनी की ओर से इस प्रकार का यह दूसरा अधिग्रहण है। इससे अलग-अलग राज्यों में बैंक की 502 शाखाओं तक पहुंच हो जाएगी। इस अधिग्रहण के बाद 9 लाख महिला ग्राहकों तक बैंक की सीधी पहुंच हो जाएगी। यह अधिग्रहण पूरी तरह से नकदी में होगा और बैंक को इसके लिए 537 करोड़ रुपये चुकाने होंगे। रेगुलेटरी मंजूरी यानी नियामकीय मंजूरी मिलने के बाद सोनाटा फाइनेंस बैंक की सब्सिडियरी कंपनी बन जाएगी। सोनाटा फाइनेंस पिछले दो दशक से रजिस्टर्ड एनबीएफसी (NBFC) के तौर पर काम कर रही है। 31 दिसंबर 2022 तक एयूएम (AUM) 1903 करोड़ रुपये है। इस सौदे से बैंक फाइनेंशियल इनक्लूजन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कंपनी बनने में मदद मिलेगी। आर्थिक तौर पर कमजोर बैंकिंग सेवाओं से दूर लोगों को जोड़ने में मदद मिलेगी। इस अधिग्रहण के बाद बैंक के पास एक बड़ा अवसर भारत के उत्तरी राज्यों के ग्रामीण और अर्ध-शहरी इलाकों में कामकाज को बेहतर करने का मिला है। बैंक कमर्शियल बैंकिंग के प्रेसिडेंट मनीष कोठारी ने कहा कि 2017 में हुए बीएसएस सौदे से 5300 करोड़ रुपये के वित्तीय समावेशन में मदद मिलेगी। इसके जरिए 13 लाख ग्राहकों को जोड़ा गया है।

 (शेयर मंथन 10 फरवरी, 2023)