एचडीएफसी म्यूचुअल फंड (HDFC Mutual Fund) के आईपीओ (IPO) में इस कारण हो सकती है देरी

एचडीएफसी म्यूचुअल फंड (HDFC Mutual Fund) के आईपीओ (IPO) इश्यू के बाजार में आने में देरी हो सकती है।

दऱअसल म्यूचुअल फंड द्वारा पहले किये गये कथित प्रतिभूति कानूनों के उल्लंघन के संबंध में बाजार नियामक सेबी (SEBI) जाँच कर रही है, जो इसके इश्यू में देरी का कारण हो सकता है। एचडीएफसी म्यूचुअल फंड ने 15 मार्च को आईपीओ के लिए आवेदन किया था।
सेबी ने आईपीओ इश्यू के मुख्य प्रबंधक कोटक महिंद्रा बैंक (Kotak Mahindra Bank) को पत्र भेजा है कि पिछले उल्लंघन की जाँच के लिए आईपीओ की कार्रवाई स्थगित कर दी है। इस बात की जानकारी एचडीएफसी म्यूचुअल फंड ने ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस में दी थी।
एचडीएफसी म्यूचुअल फंड अपने आईपीओ में 2.54 करोड़ शेयर जारी करेगा, जिसमें ऑफर फोर सेल के माध्यम से एचडीएफसी (HDFC) 85.92 लाख शेयर और स्टैंडर्ड लाइफ इन्वेस्टमेंट्स (Standard Life Investments) 1.68 करोड़ शेयर बेचेगी। एचडीएफसी म्यूचुअल फंड, एचडीएफसी और स्टैंडर्ड लाइफ इन्वेस्टमेंट्स का संयुक्त उद्यम है। (शेयर मंथन, 05 मई 2018)