लंबी अवधि के लिए बीएसई आईपीओ में करें निवेश : एंजेल ब्रोकिंग

एंजेल ब्रोकिंग (Angel Broking) ने बीएसई (BSE) के 23 जनवरी 2017 से खुल रहे आईपीओ (IPO) में आवेदन करने की सलाह दी है।

बीएसई एशिया का सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज है। इसका आईपीओ 23 जनवरी को खुल कर 25 जनवरी को बंद होगा। इसमें आवेदन करने के लिए बोली का दायरा 805-806 रुपये का है। इन शेयरों का अंकित मूल्य 2 रुपये है। निवेशक इस आईपीओ में 18 शेयर या इसके गुणक के लॉट में आवेदन कर सकते हैं। इस इश्यू के जरिये बीएसई 1242-1243 करोड़ रुपये जुटायेगा। इसकी लिस्टिंग प्रतिद्वंद्वी स्टॉक एक्सचेंज एनएसई में होगी।
एंजेल ब्रोकिंग के सीनियर इक्विटी रिसर्च एनालिस्ट सिद्धार्थ पुरोहित का कहना है कि भारत में यह पहला स्टॉक एक्सचेंज है, जो सूचीबद्ध होने जा रहा है। इस लिहाज से यह एक दिलचस्प इश्यू है। शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव के बीच बीएसई ने अपनी कामकाजी गतिविधियों से आमदनी में 2011-12 से 2015-16 की अवधि में 7.8% सालाना औसत वृद्धि दर (सीएजीआर) दर्ज की है। बीएसई की आमदनी में 8% योगदान लेन-देन शुल्क का और 19% योगदान डिपॉजिटरी सेवाओं का है, जिन पर बाजार की गतिविधि और कारोबारी मात्रा का सीधा असर पड़ता है। मगर इसकी 24% आमदनी कंपनियों से शुल्कों के रूप में आती है, जिसमें काफी स्थिरता है। इसके अलावा, एक्सचेंज को अपनी नकदी पर ब्याज और मौजूदा निवेशों से भी अच्छी आमदनी होती है। पुरोहित का कहना है कि एक्सचेंज के लिए आगे पूँजीगत खर्च की जरूरत कम ही रहेगी, लिहाजा इन स्रोतों से आमदनी भी कायम रहने वाली है। साथ ही सीडीएसएल और आईसीसीएल में भी बीएसई का निवेश है, जिनका कारोबार लंबी अवधि में सुधरने की उम्मीद है।
पुरोहित का कहना है कि बीएसई अपने प्रतिद्वंद्वी एनएसई से बाजार हिस्सेदारी वापस नहीं छीन पाया है, मगर इक्विटी नकद श्रेणी में यह 13-15% की बाजार हिस्सेदारी बनाये रखने में सफल हुआ है। काफी कंपनियाँ एनएसई और बीएसई दोनों में सूचीबद्ध होना पसंद करती हैं और सीडीएसएल एवं एनएसडीएल दोनों से जुड़ती हैं। लिहाजा पुरोहित की सलाह है कि निवेश का उद्देश्य रखने वाले लोगों को इस इश्यू में आवेदन करना चाहिए। (शेयर मंथन, 20 जनवरी 2017)