बाजार ने किया सावधान, पर चाल अभी नहीं टूटी

राजीव रंजन झा : भारतीय शेयर बाजार ने बीते हफ्ते कुछ छकाने वाले संकेत दिये हैं, जिनके चलते नये हफ्ते में कुछ अतिरिक्त सावधानी से बाजार की चाल पर नजर रखनी चाहिए।

गुरुवार को बाजार के सामने ऊपर जाने का कारण था क्योंकि बुधवार को बाजार बंद होने के बाद लोकसभा में सरकार ने खुदरा एफडीआई (Retail FDI) पर बाजी जीत ली। लेकिन गुरुवार को बाजार उल्टे दबाव में आ गया। तब लोगों ने माना होगा कि अब बाजार राज्यसभा से जुड़ी अनिश्चितता के बारे में चिंतित है। यह धारणा उस समय एकदम ठीक लगी, जब गुरुवार को बाजार बंद होने से ठीक पहले राज्यसभा में मायावती (Mayavati) ने स्पष्ट कह दिया कि बसपा (BSP) यूपीए सरकार के पक्ष में मतदान करेगी। मायावती के इस कथन के साथ ही गुरुवार को अंतिम घंटे में बाजार अपना पूरा नुकसान पाट कर हरे निशान में आ गया। लेकिन गुरुवार की अंतिम घंटे की यह चाल शुक्रवार को जारी नहीं रह पायी। शुक्रवार को निफ्टी पिछले दिन के बंद स्तर 5931 से गिर कर 5907 पर आ गया।
क्या इसे बाजार की चाल टूटने का संकेत माना जाये? माना जा सकता है, लेकिन आंशिक रूप से। अगर शुक्रवार को निफ्टी की शुरुआत गुरुवार के बंद स्तर से नीचे ही होती तो यह ज्यादा नकारात्मक संकेत होता। अगर गुरुवार के ऊपरी स्तर 5943 की तुलना में इसने शुक्रवार को 5950 का नया ऊपरी स्तर नहीं बनाया होता तो यह आशंका ज्यादा मजबूत होती कि बाजार की चाल टूटी है।
अब तस्वीर यह है कि शुक्रवार को निफ्टी ने पिछले दिन की तुलना में तो ऊपरी शिखर और ऊपरी तलहटी बनायी है, लेकिन बुधवार के निचले स्तर से यह थोड़ा नीचे चला गया। यह स्थिति असमंजस में डालती है। अगर निफ्टी सोमवार को पिछले दिन का निचला स्तर 5889 तोड़ कर और नीचे फिसलने लगे तो गुरुवार और शुक्रवार की उठापटक से बनने वाले नकारात्मक संकेतों की तीव्रता बढ़ेगी। अगर गुरुवार का निचला स्तर 5839 अगले 2-4 सत्रों में टूटा तो इससे यह बात और साफ हो कर उभरेगी। अगर 10 दिनों का सिंपल मूविंग एवरेज (SMA) भी कट गया तो यह बात पक्की हो जायेगी कि निफ्टी इस वक्त 5950 के ऊपर जाने के लिए तैयार नहीं था। अभी 10 एसएमए 5819 पर है। आप अपने लिए बाजार से मुनाफा निकाल लेने का कौन-सा स्तर तय करेंगे, यह इस पर निर्भर है कि आप कितना मुनाफा वापस छोड़ देने (या घाटा सह पाने) की स्थिति में हैं। अगर कम जोखिम ले सकते हैं तो 5889 पर ही सौदा काट लें। अगर ज्यादा जोखिम ले सकते हैं तो 5839-5820 के स्तर टूटने तक इंतजार करें।
लेकिन अगर निफ्टी आने वाले सत्रों में 5950 को पार कर लिया तो कम-से-कम गुरुवार और शुक्रवार की उठापटक से बने नकारात्मक संकेट कट जायेंगे। बेशक अभी 5978 को पार करना, इसके तुरंत बाद 6000 की मनोवैज्ञानिक बाधा को पार करना और उसके बाद जून से चल रही ऊपर चढ़ती पट्टी की ऊपरी रेखा को पार करना इसके लिए अगली चुनौतियाँ होंगी। इस पट्टी की ऊपरी रेखा नये हफ्ते में 6040-6070 के बीच बाधा बनेगी।
हालाँकि बीते हफ्ते विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की खरीदारी में भी नया जोश दिखा है। अगर यह जोश कायम रह पाया तो तकनीकी संकेतक ज्यादा नकारात्मक तस्वीर नहीं बना पायेंगे। Rajeev Ranjan Jha
(शेयर मंथन, 10 दिसंबर 2012)