सेंसेक्स (Sensex) 24,790 से नीचे फिसला तो बढ़ेगी कमजोरी

राजीव रंजन झा : रेल बजट के दिन से ही बाजार ने कमजोरी की जो चाल पकड़ी, उससे कल मंगलवार के कारोबार में थोड़ी राहत मिली। लगातार पाँच सत्रों में गिरावट के बाद कल सेंसेक्स (Sensex) और निफ्टी (Nifty) ठीक-ठाक ढंग से सँभले।

लेकिन क्या बाजार की गिरावट का यह दौर पूरा हो गया है? कल सेंसेक्स में 222 अंक की उछाल आने के बावजूद अभी यह भरोसा नहीं हो रहा। सेंसेक्स और निफ्टी के चार्ट पर दिख रही कुछ बातें चिंता पैदा करती हैं। लेकिन यह भी ध्यान रखें कि कई बार बाजार छकाने के लिए ऐसे संकेत पैदा करता है!

सबसे पहली बात यह है कि रेल बजट के दिन 8 जुलाई से अब तक की जो चाल है, वह मोटे तौर पर एक गिरती पट्टी में दिख रही है। कल की तेजी के बावजूद अभी यह इस गिरती पट्टी के अंदर ही है। आज अगर सेंसेक्स मोटे तौर पर 25,500 को पार कर सके, तभी यह इस पट्टी से ऊपर निकल पायेगा। हालाँकि यह पट्टी तेजी से नीचे आने के कारण अगले दिन गुरुवार को इस पट्टी की ऊपरी रेखा 25,350 के आसपास ही बाधा देगी और उसके ऊपर निकल जाने पर बाजार सँभलने की उम्मीद बनेगी।

निफ्टी के चार्ट पर 8 जुलाई के शिखर 7,808 और उसके बाद आम बजट वाले दिन 10 जुलाई को बने निचले शिखर 7,731 को मिलाने वाली रुझान रेखा अभी 7,630 के पास है, जिसे बाधा के तौर पर देखना चाहिए। इस हफ्ते के अंत तक यह रेखा 7,570 के पास होगी। महत्वपूर्ण यह है कि 7,630 से 7,570 के दायरे में कुछ और महत्वपूर्ण तकनीकी बिंदु भी आ रहे हैं।

अगर हम 7,808 के शिखर से लेकर इस सोमवार को बनी ताजा तलहटी 7,422 तक की गिरावट की वापसी देखें तो अभी निफ्टी ने केवल 23.6% वापसी के स्तर 7,513 को पार किया है। आगे 38.2% वापसी के स्तर 7,570 और फिर 50% वापसी के स्तर 7,615 पर बाधा मिलेगी। इन्हीं दो स्तरों के बीच इस समय 200 घंटे का सिंपल मूविंग एवरेज (एसएमए) 7,592 पर और 50 घंटे का एसएमए 7,597 पर है। इस तरह 7,570 से 7,630 के दायरे को महत्वपूर्ण बाधा-क्षेत्र के तौर पर देखा जा सकता है।

चिंता का एक बड़ा पहलू यह भी है कि इस साल फरवरी से अब तक सेंसेक्स और निफ्टी पहली बार दैनिक चार्ट पर निचली तलहटी बनाते दिख रहे हैं। निफ्टी ने ऐसा कर लिया है और सेंसेक्स बस थोड़े से अंतर से अभी बचा हुआ है। निफ्टी की 23 जून 2014 की तलहटी 7,441 पर थी, जिसे काट कर यह सोमवार 14 जुलाई को 7,422 तक फिसल गया था। अगर आने वाले दिनों में सेंसेक्स 23 जून 2014 की तलहटी 24,879 को तोड़ कर इसके नीचे चला गया तो यह भी निचली तलहटी बनाने का नया सिलसिला शुरू कर सकता है।

यहाँ गौरतलब है कि सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही काफी दिनों बाद अपने 50 दिनों के एसएमए के एकदम करीब आ गये हैं। अभी सेंसेक्स का 50 एसएमए 24,839 पर है और हर दिन कुछ ऊपर उठ रहा है। फरवरी की तलहटी 19,963 से ले कर 8 जुलाई को बने उच्चतम स्तर 26,190 तक की उछाल की 23.6% वापसी भी इसके करीब ही 24,720 पर है। इन सब बातों के आधार पर कहा जा सकता है कि मोटे तौर पर 24,900 से 24,700 का दायरा सेंसेक्स के लिए काफी महत्वपूर्ण है। इसी तरह निफ्टी के चार्ट पर 7,420-7,350 के दायरे पर नजर रखनी चाहिए।

दरअसल फरवरी के अंतिम हफ्ते में सेंसेक्स और निफ्टी 50 एसएमए के ऊपर निकले थे और उसके बाद लगातार इसके ऊपर ही बने रहे हैं। ऐसे में अगर ये 50 एसएमए के नीचे निर्णायक तौर पर फिसल गये, तो बाजार में ज्यादा बड़ी गिरावट की आशंका पैदा हो सकती है। यह आशंका इसलिए भी है कि 50 एसएमएस के नीचे फिसलने पर सेंसेक्स के लिए 100 एसएमए का अगला बड़ा सहारा 23,400 के पास है, यानी मौजूदा स्तरों से लगभग पौने दो हजार अंक नीचे। अभी 200 एसएमए की तो बात ही न की जाये, क्योंकि वह 22,000 के पास है। यह भी एक महत्वपूर्ण पहलू है कि सेंसेक्स और निफ्टी के मौजूदा स्तर अपने 200 एसएमए से काफी ऊपर निकल आये हैं। लिहाजा तकनीकी सुधार के लिए इन्हें करीब आना होगा। अगर सेंसेक्स-निफ्टी अपने 200 एसएमए की ओर न भी फिसलें, तो इन्हें एक दायरे के अंदर समय गुजारने की जरूरत होगी, ताकि इस दौरान 200 एसएमए ऊपर उठ कर इनके करीब आ सके।

लेकिन बाजार के छकाने की संभावना को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। हाल के महीनों में दो बार ऐसा हो चुका है, जब निफ्टी ने निचली तलहटी बनने की आहट देने के बाद ऊपर की ओर जबरदस्त चाल शुरू कर ली। फरवरी में तेजी शुरू होने से पहले निफ्टी नवंबर 2013 की तलहटी 5,972 को तोड़ कर 5,933 तक फिसला था। लेकिन उसके बाद की कहानी हमें पता है। इसी तरह मई 2014 में भी निफ्टी अप्रैल की तलहटी 6,650 को तोड़ कर 6,638 तक गिरा, मगर उसके बाद यह चुनावी नतीजे आने से पहले ही उछल कर नये रिकॉर्ड स्तरों की ओर बढ़ता गया। इसलिए मैंने चिंता के जो संकेत सामने रखे हैं, उन पर नजर रखें लेकिन सावधान रहें कि कहीं बाजार छका तो नहीं रहा। Rajeev Ranjan Jha

(शेयर मंथन, 16 जुलाई 2014)