क्या अब सेंसेक्स लौटेगा 26,000 की ओर?

कमजोर अंतरराष्ट्रीय संकेतों और शुक्रवार को बाजार बंद होने के बाद औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) के खराब आँकड़ों के बीच आज भारतीय शेयर बाजार ने कमजोर शुरुआत की है। सेंसेक्स जहाँ 27,000 के नीचे फिसल गया है, वहीं निफ्टी अब 8,000 के करीब पहुँचता दिख रहा है।

पिछले हफ्ते के पहले ही दिन सोमवार 8 सितंबर 2014 को भारतीय शेयर बाजार के दिग्गज सूचकांकों, सेंसेक्स (Sensex) और निफ्टी (Nifty) ने अपने-अपने नये उच्चतम स्तरों को छुआ, लेकिन इसके बाद ठंडे पड़ गये। बाजार में थोड़ी मुनाफावसूली आयी, मगर कोई बड़ा नुकसान भी नहीं हुआ। सेंसेक्स सोमवार को बने नये शिखर 27,355 से फिसल कर गुरुवार को 26,905 तक आया। इस तरह जरा मुनाफावसूली आयी भी तो केवल 1.65% का मामूली नुकसान हुआ। निफ्टी में भी वही कहानी दिखी। इसने सोमवार को 8,180 का नया उच्चतम शिखर बनाया था। गुरुवार को यह 8,057 तक फिसला, यानी केवल 1.5% की गिरावट आयी।

इसके बाद शुक्रवार को सेंसेक्स और निफ्टी जरा सँभले, लेकिन आगे का कोई स्पष्ट संकेत नहीं मिला। शुक्रवार को इनका दायरा पूरी तरह से गुरुवार के दायरे के अंदर सिमटा रहा और दोनों सूचकांक अनिश्चय वाली हालत में खड़े रहे। शुक्रवार को आखिरी घंटे में जरूर थोड़ी चाल दिखी, लेकिन वह गुरुवार के ऊपरी स्तर को पार करने के लिए पर्याप्त साबित नहीं हो पायी।

बीते हफ्ते सेंसेक्स और निफ्टी ने निचले शिखर और निचली तलहटियों का सिलसिला बनाना शुरू किया, लेकिन शुक्रवार को इसमें थोड़ा बदलाव आया। शुक्रवार को दोनों ने निचले शिखर तो बनाये, मगर निचली तलहटी नहीं बनायी। दोनों ने गुरुवार की तलहटी को टूटने से बचाया। इसलिए नये हफ्ते में बाजार की तात्कालिक चाल के लिए सेंसेक्स की गुरुवार की तलहटी 26,905 और निफ्टी की गुरुवार की तलहटी 8,057 को पहले महत्वपूर्ण सहारे के तौर पर देखा जा सकता है। लेकिन आज सुबह के कारोबार में दोनों ही अपने इन समर्थन स्तरों को तोड़ चुके हैं। अगर ये दोनों इन समर्थन स्तरों के नीचे अटके रह गये, तो मुनाफावसूली और गहराने की आशंका बनेगी।

हालाँकि बीते हफ्ते के दौरान एक दायरे के अंदर अटके रहने के दौरान एक और महत्वपूर्ण बात यह हुई, कि सेंसेक्स और निफ्टी 16 मई से अब तक की चढ़ती पट्टी के अंदर वापस लौट आये। सोमवार और मंगलवार को ये इस पट्टी के ऊपर टिकने के लिए जूझते रहे और उसके बाद से वापस इस पट्टी के अंदर ही दिखने लगे। इसलिए सेंसेक्स के 26,905 और निफ्टी के 8,057 से नीचे जाने के बाद गिरावट गहराने के अंदेशे पैदा होंगे।

हालाँकि इन स्तरों के नीचे एक बड़ा सहारा होगा सोमवार 1 सितंबर 2014 को बने ऊपरी अंतराल (गैप) के दायरे पर। यह दायरा सेंसेक्स के लिए 26,674-26,732 का और निफ्टी के लिए 7,968-7,984 का है। जब तक सेंसेक्स-निफ्टी इन स्तरों के नीचे न फिसलें, तब तक बहुत ज्यादा चिंता नहीं करनी चाहिए। लेकिन इनके भी नीचे चले जाने पर तो यह आशंका मजबूत हो जायेगी कि क्या वे फिर से इस पट्टी की निचली रेखा को छूने की ओर बढ़ रहे हैं? (शेयर मंथन, 15 सितंबर 2014)