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निफ्टी के लिए इन स्तरों पर है सहारा, मगर...

राजीव रंजन झा : मार्च के पहले हफ्ते में 30,000 के ऐतिहासिक मुकाम को छू लेने के बाद से बाजार में कमजोरी का एक रुझान बन गया है।

हालाँकि कल मंगलवार 10 मार्च को सेंसेक्स और निफ्टी जहाँ बंद हुए हैं, वहाँ तात्कालिक तौर पर एक सहारा मिलने की भी उम्मीद बनती है। लेकिन उससे बड़ा सवाल यह है कि क्या बाजार एक फौरी सहारा लेने के बाद और ज्यादा तो नहीं गिरेगा?

बाजार के मौजूदा स्तर तकनीकी रूप से भी सावधान रहने में ही समझदारी बताते हैं। सेंसेक्स ने 17 दिसंबर 2014 की तलहटी 26,469 से ले कर 4 मार्च को बने नये उच्चतम स्तर 30,025 तक की जो उछाल दर्ज की है, उसकी 38.2% वापसी 28,667 के स्तर पर है। कल सेंसेक्स इससे थोड़ा नीचे 28,584 तक फिसला, लेकिन अंत में 28,667 के ऊपर ही 28,710 पर बंद हुआ है। कल के निचले स्तर के पास ही 28,546 पर सेंसेक्स का 50 दिनों का सिंपल मूविंग एवरेज (एसएमए) भी है।

इसलिए यह कहा जा सकता है कि लगभग 28,500 के पास सेंसेक्स को इस समय एक अच्छा सहारा मिल सकता है। लेकिन अगर सेंसेक्स को यहाँ सहारा नहीं मिला, या फौरी तौर पर एक वापस उछाल दर्ज करने के बाद यह दिसंबर 2014 से मार्च 2015 की उछाल की 23.6% वापसी के स्तर 29,186 के आसपास बाधा का सामना करते हुए फिर से नीचे आने लगा, तो उस सूरत में यह 61.8% वापसी यानी 27,828 की ओर फिसल सकता है। गौरतलब है कि 50 एसएमए कटने के बाद 100 एसएमए को छूने की भी एक संभावना बना करती है और इस समय 100 एसएमए 28,000 के पास है।

इसी तरह निफ्टी के दैनिक चार्ट पर नजर डालें तो इसमें भी दिसंबर 2014 से लेकर अब तक की उछाल की 38.2% वापसी के स्तर 8,677 को अहम समर्थन स्तर के रूप में देखा जा सकता है। दिलचस्प है कि कल निफ्टी का निचला स्तर बिल्कुल 8,677 पर ही रहा है! हालाँकि इस चार्ट में भी 38.2% वापसी के कुछ नीचे ही 50 एसएमए 8,625 पर है। लिहाजा यह कहा जा सकता है कि 50 एसएमए जब तक पक्के ढंग से नहीं कटे, तब तक मौजूदा स्तरों पर सहारा मिलने की उम्मीद रहेगी। गौरतलब निफ्टी ने हाल में 26 फरवरी को 8,669 पर ही एक ऊपरी तलहटी बनायी थी। इस लिहाज से अगर निफ्टी कल के निचले स्तर 8,667 को अभी नहीं तोड़े तो बाजार में ऊपरी तलहटी का सिलसिला सुरक्षित रह जायेगा। लेकिन इसके नीचे जाने पर यह सिलसिला टूटेगा और यह बाजार के लिए अच्छा संकेत नहीं होगा।

यहाँ ध्यान देने वाली एक खास बात यह है कि निफ्टी मई 2014 से अब तक के शिखरों को मिलाती रुझान रेखा पर ही बाधा का सामना करके पलटा है। चार मार्च को निफ्टी ने 9,119 का जो नया उच्चतम स्तर छुआ, वह इसी रुझान रेखा को छूता है। इस रेखा को छूने के बाद बाजार का पलट जाना इस रेखा की अहमियत को दिखाता है। वहीं दूसरी ओर मई 2014 से अब तक की तलहटियाँ भी एक रुझान रेखा पर ही हैं। साथ ही यह दिखता है कि इस दौरान बार-बार निफ्टी ऊपरी रुझान रेखा और निचली रुझान के बीच टप्पे खाता रहा है। ऐसे में अगर चार मार्च को ऊपरी रुझान को छूने के बाद निफ्टी ने कमजोरी का रुझान बना लिया तो यह खतरा बन सकता है कि एक बार फिर यह निचली रुझान रेखा की ओर फिसल जाये। यह निचली रुझान रेखा अभी 8,200 के पास है और मार्च के अंत तक 8,300 के पास होगी। Rajeev Ranjan Jha

(शेयर मंथन, 18 दिसंबर 2014)

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