ऊँची ब्याज दरों के बावजूद भारतीय शेयर बाजार में अच्छी मजबूती दिख रही है।
नये कैलेंडर वर्ष में ब्याज दरें कम होने की उम्मीद है। कच्चा तेल भी पाँच साल के निचले स्तर पर है और सरकार नियमित तौर पर सुधारों की गाड़ी आगे बढ़ा रही है। कम महँगाई दर, कच्चे तेल की कीमतों में कमी, आने वाले दिनों में ब्याज दरों में कटौती और सरकार के सुधारवादी एजेंडे की वजह से भारतीय शेयर बाजार मौजूदा स्तरों से बहुत ऊपर जा सकता है। मुझे उम्मीद है कि हम वैश्विक शेयर बाजारों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन करते रहेंगे। हालाँकि रूस और यूक्रेन के संकट से वैश्विक शेयर बाजारों में अस्थिरता आ सकती है। मगर कच्चे तेल की कीमतों में कमी हमारे शेयर बाजार का सबसे बड़ा सकारात्मक पहलू है। सुरेंद्र कुमार गोयल, निदेशक, बोनांजा पोर्टफोलिओ (Surendra Kumar Goyal, Director, Bonanza Portfolio)
(शेयर मंथन, 09 जनवरी 2015)