सुनील मिंगलानी
निदेशक, स्किलट्रैक कंसल्टेंसी
मेरा आकलन है कि छह महीने में सेंसेक्स 23,000-24,000 तक और निफ्टी 7,200-7,400 तक फिसल सकते हैं।
साल भर बाद सेंसेक्स 21,000-22,500 के पास और निफ्टी 6,500-7,000 के पास रहने की संभावना है। इस साल निफ्टी का दायरा ऊपर 8,300-8,350 और नीचे 6,500 तक रह सकता है। मै पिछले 6 बार के सर्वेक्षणों में एक ही बात लगातार दोहराता आ रहा हूँ कि हमारे बाजार में निफ्टी के लिए 8500-9000 के स्तरों के उपर टिक पाना आसान नही होगा, क्योंकि हमारे बाजार किसी तरह की तेजी के दौर (बुल मार्केट) में नही हैं, बल्कि हमारे बाज़ार अभी 2008 के बाद का टाइम करेक्शन पूरा कर रहे हैं और इस करेक्शन को पूरा करने के लिए इसे फिर से 6000 के स्तर तक वापस जाना पड़ेगा।
ज्यादातर विश्लेषकों को एक बात पिछले 5 सालों में भी समझ में नहीं आ पायी है कि आज हमारे बाजार के जो भाव दिख रहे हैं, वह किसी नयी चाल की शुरुआत नहीं है, बल्कि वह तो केवल रूपये के अवमूल्यन के कारण है। अगर हम डॉलर के भावों से तुलना करें तो आज के भावों (8000 निफ्टी) पर भी निफ्टी 2008-2009 के उच्चतम स्तरों से कहीं नीचे है। यह अंतर थोड़ा-बहुत नहीं, बल्कि करीब 40% का है, यानी डॉलर में आज की तारीख में निफ्टी का भाव 4800-5000 के पास ही है। इसका मतलब जिस तेजी के दौर की बात ज्यादातर लोग कर रहे हैं, उसकी तो अभी शुरुआत भी नहीं हुई है और आने वाले 2-3 सालों में इसकी कोई संभावना भी नहीं है।
एक दूसरी संभावना के अनुसार बाज़ार आने वाले 4-5 सालों तक एक दायरे में बंध सकता है और यह दायरा निफ्टी पर 1000-1500 अंको का (जैसे 7000-8500 या 6500-8000) भी हो सकता है। कुल मिला कर चार्ट के अनुसार दोनों सूरतो में बाजार के ज्यादा उपर जा कर टिकने की संभावना केवल 10% की ही है, और मेरे विश्लेषण के अनुसार पहली संभावना के सही होने की संभावना बहुत ज्यादा है। (03 जनवरी 2017)