जुलाई में 6.6% रही आईआईपी (IIP) दर, विनिर्माण और पूँजीगत वस्तु क्षेत्र से मिला सहारा

जुलाई 2018 में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (Index Of Industrial Production) या आईआईपी (IIP) बढ़ने की दर 6.6% दर्ज की गयी है।

जुलाई में आईआईपी को विनिर्माण, पूँजीगत वस्तु और उपभोक्ता टिकाऊ क्षेत्र से सहारा मिला। इससे पहले जून में आईआईपी बढ़ने की दर 7% आँकी गयी थी, जो उससे पिछले पाँच महीनों में सर्वाधिक थी। वहीं मई 2018 में आईआईपी 3.93% रही थी।
केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) द्वारा जारी किये गये आँकड़ों के मुताबिक जुलाई में विनिर्माण क्षेत्र में 7% की वृद्धि दर्ज की गयी, जो पिछले साल की समान अवधि में केवल 0.1% और जून 2018 में 6.9% रही थी। साथ ही साल दर साल आधार पर पूँजीगत वस्तुओं के उत्पादन में (-)1.1% के मुकाबले 3% और उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु क्षेत्र में (-)2.4% की तुलना में 14.4% की वृद्धि रही।
इसके अलावा मासिक आधार पर खनन और विद्युत क्षेत्र में गिरावट आयी। खनन में 6.6% के मुकाबले 3.7% और विद्युत में 8.5% के मुकाबले 6.7% की तेजी रही। फर्नीचर विनिर्माण में 42.7%, कंप्यूटर, इलेक्ट्रॉनिक्स और ऑप्टिकल उत्पादों में 30.8% और तंबाकू उत्पादों में 28.4% की वृद्धि हुई। (शेयर मंथन, 13 सितंबर 2018)