भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक उतार-चढ़ाव के बाद गिरावट के साथ बंद हुए।
सेंसेक्स (Sensex) 20,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर के नीचे चला गया। निफ्टी (Nifty) भी 6,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर के नीचे फिसल गया। आज के कारोबार में रियल्टी और आईटी क्षेत्र में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा।
बीएसई सेंसेक्स (Sensex) 59 अंक यानी 0.30% की कमजोरी के साथ 19,942 पर रहा। निफ्टी 18 अंक यानी 0.30% की गिरावट के साथ 5,991 पर बंद हुआ। एनएसई के मँझोले सूचकांक सीएनएक्स मिडकैप में 0.20% की कमजोरी रही। बीएसई मिडकैप सूचकांक में 0.43% और बीएसई स्मॉलकैप में 0.29% की गिरावट रही।
आज सुबह भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांकों की शुरुआत बढ़त के साथ हुई। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 20,105 और निफ्टी 6,037 तक चढ़ गये। लेकिन कारोबार के दूसरे घंटे में सेंसेक्स-निफ्टी शुरुआती बढ़त गवाँ कर लाल निशान पर चले गये। सेंसेक्स 20,000 और निफ्टी 6,000 के स्तर के नीचे फिसल गये। फिर जैसे-जैसे कारोबार आगे बढ़ता गया। वैसे-वैसे बाजार की गिरावट भी बढ़ती गयी। यूरोपीय शेयर बाजारों से मिल रहे कमजोर संकेतों के बीच दोपहर के कारोबार में बाजार में गिरावट कायम रही। कारोबार के अंतिम घंटों में सेंसेक्स 19,804 और निफ्टी 5,946 तक फिसल गये। कारोबार के अंतिम घंटे में बाजार की गिरावट में कमी आयी। लेकिन निफ्टी 6,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर के ऊपर बंद होने में कामयाब न हो सका। सेंसेक्स भी 20,000 के स्तर के नीचे बंद हुआ।
क्षेत्रों के लिहाज से आज रियल्टी सूचकांक में सबसे ज्यादा 1.60% गिरावट रही। आईटी को 1.33%, टीईसीके को 1.05% और तेल-गैस को 1.03% का घाटा सहना पड़ा। कैपिटल गुड्स में 0.94% और हेल्थकेयर में 0.25% की कमजोरी रही। पीएसयू में 0.06% की हल्की गिरावट रही। दूसरी ओर, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स को 0.99%, बैंकिंग को 0.42% और एफएमसीजी को 0.21% का फायदा हुआ। ऑटो में 0.08%, धातु में 0.06% और पावर में 0.02% की मामूली बढ़त रही। (शेयर मंथन, 22 सितंबर 2010)