जापान की कंपनी दाइची सैंक्यो (Daiichi Sankyo) ने सन फार्मास्युटिकल इंडस्ट्रीज (Sun Pharmaceutical Industries) में रैनबैक्सी के विलय के बाद सन फार्मा में मिली पूरी हिस्सेदारी बेच दी है।
दाइची को इस विलय के बाद सन फार्मा के 8.9% शेयर हासिल हुए थे, जिन्हें उसने आज मंगलवार को 930-968 रुपये के बीच के भावों में कई बड़े सौदों (ब्लॉक डील) के मार्फत बेच दिये। दाइची की इस बिकवाली के बीच आज सन फार्मा के शेयर में तीखी गिरावट दर्ज की गयी। यह बीएसई में पिछले दिन के बंद भाव 1044.10 रुपये की तुलना में सुबह 971.10 रुपये पर खुला और 933.10 रुपये के निचले स्तर तक फिसला। हालाँकि बाद में यह थोड़ा सँभला और अंत में 92.50 रुपये या 8.86% की गिरावट के साथ 951.60 रुपये पर बंद हुआ।
दाइची सैंक्यो ने जून 2008 में लगभग 22,000 करोड़ रुपये के सौदे में रैनबैक्सी के 63.92% शेयर हासिल कर इसका अधिग्रहण किया था। यह अधिग्रहण 737 रुपये प्रति शेयर के भाव पर हुआ था। साल भर पहले अप्रैल 2014 में सन फार्मा ने शेयरों की अदला-बदली के एक समझौते के जरिये रैनबैक्सी का अधिग्रहण कर लिया।
दाइची की बिकवाली के कारण शेयर भाव में आयी बड़ी गिरावट का कारण यह है कि दाइची ने पिछले बंद भाव की तुलना में काफी कम कीमत पर अपने शेयर बेचने का फैसला किया। खबरों के मुताबिक दाइची ने सन फार्मा में अपनी समूची हिस्सेदारी लगभग 18,000 करोड़ रुपये में बेची है। हालाँकि कंपनी ने अपनी यह स्पष्ट नहीं किया है कि रैनबैक्सी में किये गये मूल निवेश पर उसे कितना नफा-नुकसान हुआ है और कहा है कि इसकी जानकारी वह अपने सालाना कारोबारी नतीजों में देगी। (शेयर मंथन, 21 अप्रैल 2015)
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