निफ्टी (Nifty) चढ़ कर 8,588 पर, सेंसेक्स (Sensex) 255 अंक चढ़ा

कारोबारी हफ्ते के आखिरी दिन भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक तेजी के साथ बंद हुए। 

ओपेक (OPEC) की बैठक में कच्चे तेल (Crude Oil) का उत्पादन नहीं घटाये जाने के फैसले से घरेलू बाजार को बल मिला।

कारोबार के दौरान निफ्टी (Nifty) 8,600 के मनोवैज्ञानिक स्तर को पार कर गया, लेकिन अंत में इस स्तर से नीचे बंद हुआ।

आज के कारोबार में सेसेक्स 28,822 और निफ्टी 8,617 ऐतिहासिक रिकॉर्ड स्तरों पर रहे।

कारोबार के अंत में सेंसेक्स 255 अंक यानी 0.90% की मजबूती के साथ 28,694 पर रहा। निफ्टी 94 अंक यानी 1.11% चढ़ कर 8,588 पर बंद हुआ। सीएनएक्स मिडकैप (CNX Midcap) में 1.15% की मजबूती रही। बीएसई के स्मॉलकैप (Smallcap) में 0.26% और बीएसई मिडकैप (BSE Midcap) में 0.97% की बढ़त रही। क्षेत्रों के लिहाज से बैंकिंग और ऑटो क्षेत्रों में सबसे ज्यादा खरीदारी का रुख रहा।

मिले-जुले एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत मजबूती के साथ हुई। निफ्टी 8,500 के स्तर से ऊपर खुला। इसके बाद जैसे-जैसे कारोबार बढ़ता गया, बाजार की मजबूती बढ़ती चली गयी। कमजोर यूरोपीय संकेतों के बावजूद घरेलू बाजार नयी ऊँचाईयों को छूता चला गया। निफ्टी 8,600 के स्तर को भी पार करने में कामयाब रहा। दोपहर के कारोबार में सेंसेक्स 28,822 और निफ्टी 8,617 दिन के ऊपरी स्तरों तक चढ़ गये। हालाँकि इसके बाद बाजार में एक सीमित दायरे में कारोबार होता रहा। कारोबार के आखिरी घंटों में बाजार की मजबूती में कमी आयी। निफ्टी 8,600 के स्तर से नीचे फिसल गया। आखिरकार, सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में मजबूती के साथ ही बंद हुए। 

क्षेत्रों के लिहाज से बैंकिंग को सबसे ज्यादा 2.87% का फायदा हुआ। ऑटो में 1.95%, रियल्टी में 1.65%, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 1.16% और कैपिटल गुड्स में 1.01% की मजबूती रही। पावर में 0.66%, धातु में 0.47%, तेल-गैस में 0.39%, हेल्थकेयर में 0.35% और एफएमसीजी में 0.28% की बढ़त रही। दूसरी ओर, टीईसीके में 0.18% और आईटी में 0.05% की कमजोरी रही। (शेयर मंथन, 28 नवंबर 2014)