निफ्टी (Nifty) गिर कर 8,102 पर, सेंसेक्स (Sensex) 79 अंक नीचे

उतार-चढ़ाव के बाद भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक गिरावट के साथ बंद हुए। 

 

कमजोर वैश्विक संकेतों और कच्चे तेल की कीमतों में जारी गिरावट से बाजार पर दबाव बढ़ा।

कारोबार के शुरुआती मिनटों में सेंसेक्स (Sensex) 27,000 को पार कर गया, लेकिन अंत में यह इस स्तर से नीचे बंद हुआ। कारोबार के दौरान निफ्टी (Nifty) 8,100 के मनोवैज्ञानिक स्तर से भी नीचे लुढ़क गया। हालाँकि अंत में इस स्तर से ऊपर पहुँचने में कामयाब रहा। 

कारोबार के अंत में सेंसेक्स 79 अंक यानी 0.29% की गिरावट के साथ 26,909 पर रहा। निफ्टी 25 अंक यानी 0.31% गिर कर 8,102 पर बंद हुआ। सीएनएक्स मिडकैप (CNX Midcap) में 0.29% की बढ़त रही।a बीएसई के स्मॉलकैप (Smallcap) में 0.03% की मामूली बढ़त और बीएसई मिडकैप (BSE Midcap) में 0.01% की मामूली कमजोरी रही। क्षेत्रों के लिहाज से धातु और बैंकिंग क्षेत्रों में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा। 

सकारात्मक एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत बढ़त के साथ हुई। कारोबार के शुरुआती मिनटों में ही सेंसेक्स 27,000 के स्तर को पार कर गया। हालाँकि इसके बाद बाजार में एक बेहद सीमित दायरे में उतार-चढ़ाव के बीच कारोबार होता रहा। सेंसेक्स 27,000 के स्तर के ऊपर-नीचे होता रहा। कमजोर यूरोपीय संकेतों के बीच घरेलू बाजार पर दबाव बढ़ा। बाजार बढ़त गवाँ कर लाल निशान पर फिसल गया। निफ्टी 8,100 के स्तर से नीचे फिसला। इस दौरान सेंसेक्स 26,776 और निफ्टी 8,065 दिन के निचले स्तरों तक लुढ़क गये। हालाँकि दोपहर के कारोबार में बाजार की गिरावट कम होती चली गयी। निफ्टी 8,100 के स्तर से ऊपर लौट आया। इसके बाद बाजार में लाल निशान के ऊपर-नीचे कारोबार शुरू हो गया। कारोबार के आखिरी घंटे में बाजार में एक बार फिर गिरावट बढ़ी। आखिरकार, सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में गिरावट के साथ ही बंद हुए। 

क्षेत्रों के लिहाज से धातु में सबसे ज्यादा 1.42% की गिरावट रही। बैंकिंग में 0.65%, आईटी में 0.49%, टीईसीके में 0.36%, रियल्टी में 0.27%, एफएमसीजी में 0.23%, हेल्थकेयर में 0.19% और ऑटो में 0.06% की कमजोरी रही। दूसरी ओर, तेल-गैस में 1.39% की मजबूती रही। कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 0.27%, कैपिटल गुड्स में 0.05% और पावर में 0.03% की बढ़त रही। (शेयर मंथन, 07 जनवरी 2015)