कैर्न इंडिया (Cairn India) का होगा वेदांत (Vedanta) में विलय

cairnउद्योगपति अनिल अग्रवाल ने तेल एवं गैस उत्खनन कंपनी कैर्न इंडिया (Cairn India) का प्राकृतिक संसाधन कंपनी वेदांत (Vedanta) में विलय करने की घोषणा की है। इस विलय के तहत कैर्न इंडिया के शेयरधारकों को उनके प्रत्येक शेयर के बदले वेदांत का एक शेयर मिलेगा। साथ ही उन्हें वेदांत का 10 रुपये अंकित मूल्य का रीडिमेबल प्रेफरेंस शेयर भी मिलेगा। इस सौदे के तहत शेयरधारकों को कैर्न इंडिया के शेयर के शुक्रवार के बंद भाव के मुकाबले 7.3% अधिक कीमत मिलेगी।
2.3 अरब डॉलर के इस सौदे का मुख्य उद्देश्य ऋण के बोझ को कम करना है। इस साल मार्च के अंत तक वेदांत पर समेकित आधार पर कुल 99,000 करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज था। कैर्न का वेदांत में विलय होने से वेदांत को उसकी नकदी का उपयोग करने का अधिकार मिल जायेगा, जिससे वह अपने कर्ज के बोझ को कुछ कम कर सकेगी।
इस विलय के बाद लंदन में सूचीबद्ध मूल कंपनी वेदांत रिसोर्सेज की भारतीय कंपनी वेदांत में हिस्सेदारी मौजूदा 62.9% से घट कर 50.1% पर आ जायेगी। इस समूह का दावा है कि इस विलय से भारत की सबसे बड़ी विविधीकृत प्राकृतिक संसाधन कंपनी अस्तित्व में आयेगी। हालाँकि अभी इस सौदे को विभिन्न नियामकों से अनुमतियाँ मिलनी बाकी हैं। इस समूह को उम्मीद है कि यह प्रक्रिया अगले साल की पहली तिमाही तक पूरा कर ली जायेगी। 
ताजा बाजार हाल के अनुसार लगभग 12.50 बजे कैर्न इंडिया का शेयर 5.95 रुपये या 3.29% की बढ़त के साथ 186.70 रुपये पर है। वहीं वेदांत का शेयर 1.20 रुपये या 0.65% की गिरावट के साथ 182.80 रुपये पर है। (शेयर मंथन, 15 जून 2015)उद्योगपति अनिल अग्रवाल ने तेल एवं गैस उत्खनन कंपनी कैर्न इंडिया (Cairn India) का प्राकृतिक संसाधन कंपनी वेदांत (Vedanta) में विलय करने की घोषणा की है। इस विलय के तहत कैर्न इंडिया के शेयरधारकों को उनके प्रत्येक शेयर के बदले वेदांत का एक शेयर मिलेगा। साथ ही उन्हें वेदांत का 10 रुपये अंकित मूल्य का रीडिमेबल प्रेफरेंस शेयर भी मिलेगा। इस सौदे के तहत शेयरधारकों को कैर्न इंडिया के शेयर के शुक्रवार के बंद भाव के मुकाबले 7.3% अधिक कीमत मिलेगी।
2.3 अरब डॉलर के इस सौदे का मुख्य उद्देश्य ऋण के बोझ को कम करना है। इस साल मार्च के अंत तक वेदांत पर समेकित आधार पर कुल 99,000 करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज था। कैर्न का वेदांत में विलय होने से वेदांत को उसकी नकदी का उपयोग करने का अधिकार मिल जायेगा, जिससे वह अपने कर्ज के बोझ को कुछ कम कर सकेगी।
इस विलय के बाद लंदन में सूचीबद्ध मूल कंपनी वेदांत रिसोर्सेज की भारतीय कंपनी वेदांत में हिस्सेदारी मौजूदा 62.9% से घट कर 50.1% पर आ जायेगी। इस समूह का दावा है कि इस विलय से भारत की सबसे बड़ी विविधीकृत प्राकृतिक संसाधन कंपनी अस्तित्व में आयेगी। हालाँकि अभी इस सौदे को विभिन्न नियामकों से अनुमतियाँ मिलनी बाकी हैं। इस समूह को उम्मीद है कि यह प्रक्रिया अगले साल की पहली तिमाही तक पूरा कर ली जायेगी। 
ताजा बाजार हाल के अनुसार लगभग 12.50 बजे कैर्न इंडिया का शेयर 5.95 रुपये या 3.29% की बढ़त के साथ 186.70 रुपये पर है। वहीं वेदांत का शेयर 1.20 रुपये या 0.65% की गिरावट के साथ 182.80 रुपये पर है। (शेयर मंथन, 15 जून 2015)