टिमकेन इंडिया (Timken India) को 949 रुपये के लक्ष्य भाव के साथ खरीदें : एसएमएसी ग्लोबल (SMC Global)

ब्रोकिंग फर्म एसएमसी ग्लोबल (SMC Global) का अनुमान है कि टिमकेन इंडिया (Timken India) के शेयर की कीमत आने वाले 8-10 महीनों में 949 रुपये तक ऊपर जा सकती है।

यह इसके मौजूदा भाव से 24% ज्यादा है। एसएमसी का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2017-18 में इसकी प्रति शेयर आय (EPS) 18.60 रुपये होगी, जिस पर 51 के पीई अनुपात के मूल्यांकन पर इसने 949 रुपये का लक्ष्य भाव तय किया है।
स्वचालित सेक्टर और रेलवे उद्योग के लिए पतली रोलर बियरिंग (टीआरबी), उपकरण और सहायक सामग्री बनाने वाली टिमकेन इंडिया में निवेश के लिए एसएमसी ने तर्क दिया है कि इसकी उत्पादन इकाइयाँ जमशेदपुर और रायपुर में स्थित हैं। ये संयंत्र मध्यम और भारी ट्रकों, ऑफ-हाइवे उपकरण, रेलवे बाजारों और निर्यात की आवश्यकताओं को पूरा करते हैं। वहीं डेवलपमेंट के मामले में टिमकेन ने नये और उन्नत औद्योगिक गियरबॉक्स बनाने तथा जर्नल, चोक, और गियरबॉक्स के पुन: निर्माण पर ध्यान केंद्रित करने के लिए फिलाडेल्फिया गियर्स क्षमता बढ़ाने हेतू रायपुर में अपनी सेवाओं का विस्तार किया है। केंद्र सरकार के 'मेक इन इंडिया' कार्यक्रम को मजबूत करने के लिए टिमकेन ने जमशेदपुर में निवेश किया है, जिसके जरिये कंपनी अपनी मौजूदा रेल बियरिंग और टीआरबी उत्पादन क्षमता में इजाफा करेगी। इससे टिमकेन को क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर बढ़ती माँग को पूरा करने में मदद मिलेगी। इसके जमशेदपुर संयंत्र को इंटरनेशनल रेलवे इंडस्ट्री स्टेंडर्ड प्रमाण पत्र भी मिला है, जिससे कंपनी इस संयंत्र से यूरोपियन रेल बाजार तक को अपने उत्पाद निर्यात कर सकती है। ऋण मुक्त रहने के साथ ही कार्यशील पूँजी वाली जरूरतों को पूरा करने के लिए कंपनी की धनापूर्ति भी पर्याप्त रही है।
ब्रोकिंग फर्म ने अपनी रिपोर्ट में जिक्र किया है कि टिमकेन ने मोटर कलपुर्जों के बाजार में टिमकेन कनेक्ट नाम से एक डिजिटलीकरण मुहिम शुरू की है, जिसके जरिये इस क्षेत्र में कंपनी मुख्य बाजारों में माध्यमिक बिक्री और चैनल मार्केटिंग प्रयासों पर नजर रख सकेगी। कंपनी ने हाल ही में एबीसी बियरिंग्स को अधिग्रहण करने के लिए करार भी किया, जिससे कंपनी की क्षमता, उपभोक्ता आधार और स्थानीय उत्पादित उत्पादों का विस्तार होगा। कंपनी प्रबंधन का रेल, एयरोस्पेस और ऊर्जा उत्पादन क्षेत्र में बाजार हिस्सेदारी और लाभकारिता बढ़ाने का इरादा भी है। (शेयर मंथन, 14 अक्टूबर 2017)