नए ऑयल ऐंड गैस ब्लॉक विकसित करने पर सब्सिडियरी की निवेश की योजना

सरकारी तेल कंपनी बीपीसीएल (BPCL) ने ब्राजील की कंपनी के साथ करार पर हस्ताक्षर किया है। कच्चे तेल के स्रोत विकसित करने के लिए पेट्रोब्रास के साथ करार का ऐलान किया है।

 कच्चे तेल के साधनों को डायवर्सिफाई करने की योजना के तहत कंपनी ने यह करार किया है। बीपीसीएल भारी मात्रा में कच्चे तेल का आयात करती है जिससे रिफाइनिंग (शोधन) के बाद पेट्रोल और डीजल में बदल जाता है। कंपनी अपने तीन रिफाइनरिज मुंबई, मध्यप्रदेश के बीना और केरल के कोच्चि में शोधन का काम करती है। कंपनी अपने ज्यादातर कच्चे माल का आयात पश्चिमी एशियन देशों से करती है जिसमें इराक और सउदी अरब शामिल है। कंपनी किसी खास क्षेत्र में कच्चे तेल के आयात को लेकर निर्भर नहीं रहना चाहती है। कंपनी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक अरुण कुमार सिंह और पेट्रोब्रास के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने ब्राजील में समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किया है। समझौते पत्र पर हस्ताक्षर के बाद दो देशों के बीच भविष्य में कच्चे तेल को लेकर संबंध और मजबूत होंगे। दोनों देश कच्चे तेल के क्षेत्र में संभावित अवसर और विकल्प तलाशेंगे। कंपनी ने यह समझौता पत्र मौजूदा समय में जियो पोलिटिकल स्थिति को देखकर लंबी अवधि के लिए किया है। बीपीसीएल की सब्सिडियरी भारत पेट्रोरिसोर्सेज लिमिटेड (BPRL) जो कि अपस्ट्रीम ऑयल और गैस एक्सप्लोरेशन कंपनी है। सब्सिडियरी की ब्राजील में ऑयल और गैस ब्लॉक विकसित करने के लिए 160 करोड़ डॉलर निवेश की योजना है। बीपीआरएल की ब्राजील में अल्ट्रा डीप वाटर हाइड्रोकार्बन ब्लॉक में हिस्सेदारी है। इस ब्लॉक पर मालिकाना हक पेट्रोब्रास का है और वही इसे संचालित भी करती है। फील्ड विकसित करने की योजना और निवेश पर अंतिम फैसला जल्द ही ऐलान होने की उम्मीद है। 27 जुलाई को कैबिनेट से कंपनी को ब्राजील के BM-SEAL-11 में 160 करोड़ डॉलर निवेश के लिए मंजूरी मिली थी। इस ब्लॉक से 2026-27 से उत्पादन शुरू हो जाएगा। इस ब्लॉक में बीआरपीएल की हिस्सेदारी 40 फीसदी है। वहीं ब्राजील के राष्ट्रीय तेल कंपनी पेट्रोब्रास की ऑपरेटर के अधिकार सहित 60 फीसदी हिस्सेदारी है। शुरुआत में बीपीसीएल ने वीडियोकॉन के साथ ब्लॉक में हिस्सा खरीद के लिए 2008 में साझेदारी की थी।

 (शेयर मंथन 26 सितंबर, 2022)