रेलिगेयर के मुताबिक इस वर्ष जीरे के उत्पादन में कमी की रिपोर्टों को देखते हुए दीर्घावधि में जीरे की कीमतों में तेजी का अनुमान है। एक ओर जहाँ कमजोर उत्पादन अनुमान के चलते बाजार धारणा को समर्थन मिला है वहीं नयी सौदेबाजी से पूर्व निर्यातक कीमतें टूटने का इंतजार करने और राजस्थान एवं गुजरात में मानसून की बारिश होने से तेजी की धारणा सीमित हुई है। रेलिगेयर का मानना है कि मई की तेजी के बाद कीमतों में काफी गिरावट आ चुकी है, इसलिए आगामी दिनों में तेजी देखने को मिल सकती है। इसके अलावा डॉलर की मजबूती से निर्यात पक्ष को समर्थन मिलेगा।
एनसीडीईएक्स में अगस्त वायदा के लिए इसका बंद भाव 15990 रुपये था। रेलिगेयर के मुताबिक आज इसे 15900 और फिर 15780 पर सहारा मिलने की उम्मीद रहेगी। आज इसके लिए 16150 रुपये और 16270 रुपये पर बाधा है। (शेयर मंथन, 22 जुलाई 2015)