कपास, चना और कॉटन ऑयल सीड केक में मंदी का संकेत - एसएमसी

कपास वायदा (अप्रैल) की कीमतें यदि 980 के सपोर्ट स्तर से नीचे टूटती है तो कीमतों में 970-960 रुपये तक गिरावट हो सकती है।

बाजारों में कपास की अब तक के बेहतर आवक को देखते हुए भारतीय कपास निगम ने 2017-18 में 375 लाख बेल के अपने उत्पादन अनुमान को बरकारार रखा है। यह अनुमान महाराष्ट्र, गुजरात, तेलंगाना और तमिलानाडु में गुलाबी कीटों के प्रकोप से मौजूदा खरीफ सीजन में फसल नुकसान के बावाजूद लगाया गया है। भारतीय कपास निगम ने 2017-18 में 55 लाख बेल कपास के निर्यात का अनुमान लगाया है, जबकि इसके पहले 63 लाख बेल निर्यात का अनुमान लगाया था। चना वायदा (मार्च) कीमतों में नरमी बरकरार रहने की संभावना है और कीमतें 3,900 रुपये से नीचे ही रह सकती है। 5 जनवरी से जनवरी 2018 कॉन्ट्रैक्ट की एक्सपायरी तक एक्सपायरी पूर्व मार्जिन को मौजूदा 1.5% से बढ़ कर 3% प्रति दिन कर दिया है। मार्च 2018 और उसके बाद एक्सपायर होने वाले कॉन्टैक्ट में एक्सपायरी पूर्व मार्जिन 23 मार्च 2016 को जारी किये गये एनसीडीईएक्स के सर्कुलर के अनुसार लगाया जायेगा। कॉटन ऑयल सीड केक वायदा (जनवरी) की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ 1,740-1,780 रुपये के दायरे में करोबार करने की संभावना है। अधिक कीमतों पर पशु आहार निर्माताओं और स्टॉकिस्टों की ओर से कॉटन ऑयल सीड केक की थोंक माँग कम हुई है। किसान तूर चूरी, चना और बाजार चूरी जैसे सस्ते विकल्पों की ओर रुख कर रहे हैं, जो 1,200-1,500 रुपये प्रति 100 किलोग्राम पर उपलब्ध है। (शेयर मंथन, 03 जनवरी 2018)