सोयाबीन में हो सकती है गिरावट, सरसों में तेजी का रुझान - एसएमसी

सोयाबीन वायदा (मार्च) की कीमतों में 3,600 रुपये तक गिरावट हो सकती है।
पॉल्ट्री किसानों की ओर से माँग कम होते जाने से पॉल्ट्री आहार निर्माताओं की ओर से सोयाबीन की माँग कम हो रही है। इसके अतिरिक्त अंतरराष्ट्रीय बाजार में भारतीय सोयामील की कीमतें अर्जेटिना सोयामील की कीमतों की तुलना में 69 डॉलर प्रति टन अधिक होने के कारण निर्मात माँग कम हो रही है। वर्तमान समय में घरेलू सोयाबीन की कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाजार के नक्शेकदम पर कारोबर नही कर रही हैं। अर्जेटिना में सूखा मौसम के कारण बड़े स्तर पर फसल की नुकसान होने की अशंका से अमेरिकी सोयाबीन वायदा की कीमतें सात महीने के उच्च स्तर पर पहुँच गयी हैं। रिफाइंड सोया तेल वायदा (मार्च) की कीमतें पिछले 8 हफ्तों से बढ़त के साथ बंद हो रही है और आगे भी इसी रुझान के जारी रहने की संभावना है। साथ ही कीमतों को 750-748 रुपये के स्तर पर सपोर्ट रहने की संभवना है। रुपये के कमजोर होने के साथ घरेलू बाजार में खाद्य तेल की लगातार माँग और सीबोट में सोया तेल की कीमतों को 31.50 सेंट के स्तर पर सपोर्ट के बाद कीमतों को मदद मिल रही है। सीपीओ वायदा (मार्च) की कीमतों के 590-596 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। रुपये के कमजोर होने के कारण कीमतों पर रोक लग सकती है। लेकिन मलेशियन पॉम ऑयल के कमजोर होने निर्यात होने से अंतरराष्ट्रीय बाजार में नरमी रुझान के कारण कीमतों पर दबाव रह सकती है। सरसों वायदा (अपैल) की कीमतों के तेज रुझान के साथ 4,110-4,170 रुपये के दायरे में साइडवेज कारोबार करने की संभावना है। मौजूदा सीजन में कम उत्पादन के कारण स्टॉकिस्ट और खरीदार हाजिर बाजारों खरीदारी कर रहें है जिससे कीमतों को मदद मिल रही है। लेकिन मार्जिन कम होने के कारण मिले या तो बाजार से दूरी बनाये हुए है या अवश्यकतानुसार खरीदारी कर रहे हैं। (शेयर मंथन, 26 फरवरी 2018)