सोयाबीन, रिफाइंड और सोया तेल के सुस्त रुझान - एसएमसी

सोयाबीन वायदा (मई) की कीमतों के नरमी रुझान के साथ 3,740 रुपये तक लुढ़क की संभावना है।
मिल की और से कम खरीदारी के कारण हाजिर बाजार में सोयाबीन की कीमतों में नरमी रुझान है। बेंचमार्क लाटूर बाजार में सोयाबीन की कीमतें 60 रुपये की गिरावट के साथ 3,600-3,800 रुपये प्रति 100 किलो ग्राम के दायरे में हैं। मध्य प्रदेश में प्लांट डिलीवरी के कीमतें 60 रुपये की गिरावट के साथ 3.600-3.800 रुपये प्रति 100 किलो ग्राम के दायरे में है। मध्य प्रदेश में प्लांट डिलीवरी के लिए कीमतें 3,675-3,825 रुपये प्रति 100 किलो ग्राम के दायरे में हैं और महाराष्ट्र में प्लांट डिलीवरी के लिए कीमतें 3,700-3,850 रुपये प्रति 100 किलो ग्राम के दायरे में हैं। सोयाबीन की पेराई मार्जिन बेहतर है लेकिन सोयामील की कम माँग के कारण मिलों की ओर से खरीदारी कम हो रही है। रिफाइंड सोया तेल वायदा (मई) की कीमतों में 765 रुपेय तक गिरावट होने की संभावना हैं जबकि हाजिर बाजारों में नरमी के रुझान के कारण सीपीओ वायदा (अप्रैल) की कीमतों में गिरावट जारी रहने की संभावना है और कीमतें 628 रुपये तक लुढ़क सकती हैं। माँग की
तुलना में आपूर्ति अधिक होने के कारण खाद्य तेलों की कीमतों में गिरावट हो रही है। साल्वेंट एक्सटैंक्टर एसोसिएशन के अनुसार मार्च में भारत द्वारा वनस्पति तेलों का आयात 3% बढ़कर 1.15 मिलियन टन हुआ है। 1 अप्रैल तक भारत के पास 7,70,000 टन खाद्य तेल का भंडार था जबकि 1.34 मिलियन टन पाइपलाइन में हैं। सरसों वायदा (मई) की कीमतों में 3,850 रुपये तक गिरावट हो सकती है। मिलों की ओर से कम खरीदारी के कारण देश
के प्रमुख हाजिर बाजारों में सरसों की कीमतों में नरमी का रुझान है। कीमतों में गिरावट की उम्मीद से मिलें अभी खरीदारी से दूरी बनाए हुए हैं। (शेयर मंथन, 17 अप्रैल 2018)