सोयाबीन में थमी रह सकती है गिरावट, सरसों में तेजी का रुझान - एसएमसी

सोयाबीन वायदा (जून) की कीमतों को 3,660 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है, जिससे इसमें गिरावट पर रोक लगी रह सकती है।
रिफाइंड सोया तेल और सोयामील के कम कारोबार के कारण सोयाबीन की हाजिर कीमतें लगभग सपाट हैं। बेंचमार्क इंदौर बाजार में सोयाबीन की हाजिर कीमतें 3,500-3,700 रुपये प्रति 100 किलो ग्राम के दायरे में स्थिर हैं, जबकि सोयामील की कीमतें 29,900 रुपये के स्तर पर स्थिर हैं। वर्तमान समय में सोयाबीन की घरेलू माँग बहुत अधिक नही है, लेकिन पॉल्टी की कीमतों में बढ़ोतरी के बाद सोयामील की माँग में वापसी होने की उम्मीद है।
वहीं रिफाइंड सोया तेल वायदा (जून) की कीमतों में तेजी के रुझान के साथ 764-769 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है, जबकि सीपीओ वायदा (मई) की कीमतें 643-652 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती हैं। रुपये के कमजोर होने के कारण खाद्य तेलों का आयात महंगा होने से कीमतों को मदद मिल रही है। कारोबारियों को उम्मीद है कि निकट भविष्य में बीएमडी में पॉम ऑयल की कीमतें 2,400 रिंगिट प्रति टन तक बढ़त दर्ज कर सकती हैं। अप्रैल के अंत तक पॉम ऑयल के स्टॉक में कमी की संभावना है। मलेशियन पॉम ऑयल बोर्ड द्वारा अप्रैल महीने के सीपीओ उत्पादन और भंडार के आँकड़ें 10 मई को जारी किये जायेंगें।
सरसों वायदा (जून) की कीमतों को 3,860 रुपये के स्तर पर सहारा रहने की संभावना है। इसकी कीमतों में तेजी का रुझान रह सकता है। मध्य प्रदेश सरकार ने रबी सीजन 2017-18 के लिए पंजीकृत किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 100 रुपये प्रति 100 किलो ग्राम का बोनस देने की घोषणा की है। (शेयर मंथन, 09 मई 2018)