चने के लिए बेहतर रुझान, ग्वारसीड में कमजोरी के संकेत - एसएमसी

हाजिर बाजारों में बेहतर रुझानों के कारण चना वायदा (जून) कीमतों को 3,565-3,550 रुपये के स्तर पर सहारा रहने की संभावना
लगातार सरकारी खरीद और कम आवक के कारण हाजिर बाजारों में चना की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेजी के रुझान पर कॉटन वायदा (जून) की कीमतों के उछाल के साथ खुलने की संभावना है और कीमतें 22,500-22,600 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। आईसीई में कॉटन (जुलाई) वायदा की कीमतें 1.19% की उछाल के साथ 94.32 सेंट के स्तर पर कारोबार कर रही हैं। विश्व स्तर पर कपास के उत्पादों और कपड़ों की अधिक माँग के कारण भारत में कपास के धगों की माँग में वृद्धि हो रही है। अमेरिका के कपास उत्पादन क्षेत्रों में अगले कई दिनों तक बारिश होने की संभावना है, जिससे कपास की बुआई में लगभग 25-30% की कमी आने की आशंका से कीमतों को मदद मिल रही है।
ग्वारसीड वायदा (जून) की कीमतों के 3,700 रुपये से नीचे टूट कर 3,650-3,600 रुपये तक लुढ़क सकती हैं। हाजिर बाजारों में कारोबार काफी सुस्त हो रहा है, क्योंकि मौजूदा सीजन में सामान्य मॉनसून के अनुमान से अधिक उत्पादन के कारण अधिकांश खरीदार बाजार से दूरी बनाये हुए हैं। देश में ग्वारसीड का स्टॉक पहले से ही काफी अधिक है और इस वर्ष मॉनसून के समय से आगमन के बाद अगली फसल के भी बेहतर होने का अनुमान है। (शेयर मंथन, 30 मई 2018)