सोयाबीन और रिफाइंड सोया तेल में नरमी के संकेत - एसएमसी 

सोयाबीन वायदा (जून) की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ 3,510-3,580 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना हैं।
कारोबारियों और पेराई मिलों की ओर से सुस्त माँग के कारण हाजिर बाजारों में सोयाबीन की कीमतों में लगातार चौथे दिन गिरावट हुई है। सोया तेल और सोयाबीन की सुस्त माँग के कारण बेंचमार्क इंदौर बाजार में सोयाबीन की हाजिर कीमतें 25 रुपये की गिरावट के साथ 3,400-3,600 रुपये प्रति 100 किलो ग्राम हो गयी हैं। विदेशी बाजारों में अर्जेटिना के सोयामील की कीमत 433 डॉलर प्रति टन है जबकि भारतीय सोयामील की कीमत 487 डॉलर प्रति टन है। इस प्रकार 54 डॉलर के अंतर के कारण विदेशी खरीदार भारतीय सोयामील की कम खरीदारी कर रहे हैं।
वहीं रिफाइंड सोया तेल वायदा (जून) की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ 760-770 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है, जबकि सीपीओ वायदा (जून) की कीमतों के 648-655 रुपये के दायरे में रहने के संकेत हैं। विश्व स्तर पर पाम ऑयल के कमजोर निर्यात माँग और सोया तेल की कीमतों में नरमी के कारण खाद्य तेल की कीमतों में गिरावट हो रही है। इंडोनेशिया से भारत से पाम तेलों पर आयात शुल्क कम करने का आग्रह किया है। अप्रैल महीने में इंडोनेशिया में पाम ऑयल का उत्पादन और निर्यात दोनों ही बढ़ा है। अप्रैल में इंडोनेशिया में पाम ऑयल का उत्पादन पिछले महीने के 3.34 मिलियन टन की तुलना में बढ़ कर 3.65 मिलियन टन हुआ है।
सरसों वायदा (जून) में शॉर्ट कवरिंग (जवाबी खरीद) को 3640 रुपये के नजदीक बाधा का सामना करना पड़ सकता है। कम होती मार्जिन और मिलों की ओर से कम खरीदारी के कारण जयपुर बाजार में सरसों की कीमतें 20 रुपये की गिरावट के साथ 3,985-3,990 रुपये प्रति 100 किलो ग्राम हो गयी हैं, जबकि सरसों तेल की कीमतें 2 रुपये की गिरावट के साथ 783-784 रुपये प्रति 100 किलो ग्राम हो गयी हैं। सरसों तेल और सरसों केक की कमजोर माँग के बाद अधिक कीमतों पर देश भर के हाजिर बाजारों में सरसों की माँग कम हुई है (शेयर मंथन, 01 जून 2018)