सोयाबीन और सरसों में नरमी का रुझान - एसएमसी

सोयाबीन वायदा (अक्टूबर) की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ 3,225-3,265 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना हैं।
बेहतर बारिश और न्यूनतम समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी के कारण मध्य प्रदेश, राजस्थान और गुजरात में सोयाबीन के उत्पादन क्षेत्रों में बढ़ोतरी हुई है। बेंचमार्क इंदौर बाजार में सोयाबीन की कीमतें 3,435-3,500 रुपये के दायरे में हैं।
सरसों वायदा (सितंबर) की कीमतों के 4,000-4,060 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। भारतीय सरसों तेल उत्पादक संगठन के अनुसार देश भर की तेल मिलों ने अगस्त महीने में 5,00,000 टन सरसों की पेराई की है, जो पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 11% अधिक है। इस खबर के बाद बाजार में तेजी की उम्मीद बढ़ी है। सरसों तेल और सरसों केक की माँग में बढ़ोतरी होने के कारण मिलों की ओर से सरसों की पेराई भी बढ़ गयी है। मॉनसून के दौरान सामान्य तौर पर सरसों तेल की माँग बढ़ जाती है।
सोया तेल (सितंबर) वायदा की कीमतों के 739-745 रुपये के दायरे में सीमित दायरे में कारोबार करने की संभावना है, जबकि सीपीओ (सितंबर) वायदा की कीमतों के 604 रुपये के स्तर पर सहारे के साथ 610 रुपये के स्तर पर पहुँचने की संभावना है। डॉलर के मुकाबले रुपये के कमजोर होने के कारण आयात महँगा होने से कीमतों को मदद मिल रही है। पिछले दो हफ्ते में डॉलर के मुकाबले रुपया पांच वर्षो के निचले स्तर पर पहुँच गया है। (शेयर मंथन, 07 सितंबर 2018)