सोयाबीन और सरसों में सुस्ती के संकेत - एसएमसी

सोयाबीन वायदा (अक्टूबर) की कीमतों के 3,249-3,295 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
हाजिर बाजारों में पुराने स्टॉक की माँग हो रही है, क्योंकि उससे तेल की रिकवरी अधिक हो रही है। फिर भी नयी फसल से नमी कम होने के साथ ही माँग बढ़ सकती है। इस बीच उत्पादन क्षेत्रों में बारिश बंद हो गयी है, जिससे नमी की मात्रा कम हो सकती है।
सरसों वायदा (अक्टूबर) की कीमतों के 4,165-4,200 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। चीन और अमेरिका के बीच व्यापार युद्ध के बीच भारत के एक कारोबारी प्रतिनिध मंडल ने चीन के ऑयलमील आयातकों से बातचीत की ताकि चीन द्वारा 2012 से भारत से ऑयलमील के आयात पर लगी रोक को हटाया जा सके। इस बीच साल्वेंट एक्सट्रैक्टर एसोसिएशन ने ऑयलमील और खाद्य तेलों के निर्यात पर 10% की छूट देने की भारत सरकार से माँग की है। सोयामील के निर्यात 10% की छूट मिल रही हैस लेकिन अन्य ऑयलमील के निर्यात पर यह छूट नही मिली हुई है।
सीपीओ (अक्टूबर) वायदा की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ 588-593 रुपये के दायरे में सीमित दायरे में कारोबार करने की संभावना है, जबकि सोया तेल (अक्टूबर) वायदा की कीमतों के 740-746 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। भारत सरकार ने बांग्लादेश से अवैधि डंपिंग को रोकने के लिये कच्चे और रिफाइंड खाद्य तेल के आयात मानकों को सख्त कर दिया है। अब कच्चे और रिफाइंड खाद्य तेल का कोई भी आयात बिना अनापत्ति प्रमाण के नही हो सकेगा। साल्वेंट एक्सट्रैक्टर एसोसिएशन के अनुसार बांग्लादेश से प्रतिदिन लगभग 800-1,000 रुपये टन आरबीडी पॉमोलीन और रिफाइंड सोया तेल का आयात किया जा रहा है। (शेयर मंथन, 28 सितंबर 2018)