कॉटन में सुस्ती, चना में तेजी का रुझान - एसएमसी

कॉटन वायदा (अक्टूबर) कीमतों में नरमी का रुझान रहने की संभावना है और कीमतों में 21,500 रुपये तक गिरावट होने की संभावना है।
विश्व कपास बाजार में नरमी का सेंटीमेंट है क्योंकि कपास की कीमतें पिछले सात महीने के निचले स्तर पर पहुँच गयी हैं। फेड द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी के बाद डॉलर के एक हफ्ते के उच्च स्तर पर कारोबार करने से भी कपास बाजार में नरमी का रुझान है। भारत में कुछ क्षेत्रों में कपास की कटाई शुरू होने के कारण घरेलू बाजार में बिकवाली का दबाव बढ़ रहा है।
अक्टूबर के मध्य तक फसल कटाई में तेजी आने की संभावना है।
ग्वारसीड वायदा (अक्टूबर) की कीमतों के 4,260-4,360 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। राजस्थान के हाजिर बाजारों में नयी फसल की आवक के शुरू होने से कीमतों की बढ़त पर रोक लगी रह सकती है। राजस्थान कृषि विभाग के पहले अग्रिम उत्पादन अनुमान के अनुसार राज्य में ग्वारसीड का उत्पादन वर्ष-दर-वर्ष 43% की बढ़ोतरी के साथ 17.78 लाख टन होने का अनुमान है। निर्यात माँग कम होने से भी ग्वारसीड समूह की कीमतों में नरमी का रुझान है।
एपीडा के नवीनतम आँकड़ों के अनुसार (अप्रैल-अगस्त 2018) में भारत का ग्वारगम निर्यात पिछले वर्ष की समान अवधि के 2,22,055 टन की तुलना में 1.75% कम होकर 2,18,165 टन हुआ है। चना वायदा (अक्टूबर) की कीमतों में 4,150 रुपये तक तेजी बरकरार रहने की संभावना है। सरकार द्वारा सभी वेराइटी के दालों के आयात पर दिसबंर तक रोक लगाये जाने की संभावना से कीमतों को मदद मिल सकती है। (शेयर मंथन, 01 अक्टूबर 2018)