सोयाबीन, सरसों में सुस्ती, सीपीओ में तेजी के संकेत - एसएमसी

सोयाबीन वायदा (नवंबर) कीमतों के 3,255-3,315 रुपये के दायरे में सीमित दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
मध्य प्रदेश सरकार द्वारा 20 अक्टूबर से भावान्तर योजना के तहत खरीद शुरू किये जाने की संभावना से इंदौर में सोयाबीन की कीमतों में पिछले एक हफ्ते में 150 रुपये प्रति 100 किलो ग्राम की बढ़ोतरी हुई है। सोयाबीन की कम उपलब्धता के कारण प्लांट डिलीवरी के लिए सोयाबीन की कीमतें बढ़ कर 3,275-3,300 रुपये के दायरे में हैं। ऐसी खबरें है कि चीन भारत से सोयामील के आयात पर पिछले छह वर्षो से लगाये प्रतिबंध को हटा सकता है।
सरसों वायदा (नवंबर) की कीमतों के 4,135-4,185 रुपये के दायरे में सीमित दायरे में कारोबार करने की संभावना है। पॉम ऑयल और सोया तेल की कीमतों में बढ़ोतरी के बाद बाजारों में सरसों तेल की मांग में वृद्धि होने से मिलों की ओर से सरसों की माँग में बढ़ोतरी हुई है। त्योहारी सीजन के दौरान अक्सर सरसों तेल की माँग में बढ़ोतरी होती है।
रुपये के कमजोर होने के कारण सीपीओ (अक्टूबर) वायदा की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ 588-593 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। ब्रेंट कच्चे तेल की कीमतों के 82 डॉलर के स्तर को पार करने के बाद डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 74 के स्तर को पार कर गया है। डेलियन एक्सचेंज में जनवरी पॉम ऑयल की कीमतों में 0.9% औश्र सोया तेल की कीमतो में 0.4% की बढ़ोतरी हुई है। (शेयर मंथन, 16 अक्टूबर 2018)