ग्वारसीड और मेंथा ऑयल में तेजी की उम्मीद - एसएमसी

कॉटन वायदा (अक्टूबर) कीमतों के 22,560-22,860 रुपये के दायरे में सीमित दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
मिलों की ओर से बेहतर खरीदारी के कारण मध्य भारत और दक्षिण भारत के बाजारों में कपास की कीमतों में तेजी का रुझान है। दक्षिण भारत में नयी फसल की आवक में अभी तेजी नही आयी है और तब तक मिलें अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए गुजरात और महाराष्ट्र से खरीदारी कर रही हैं।
ग्वारसीड वायदा (नवंबर) की कीमतों में 4,340 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 4,500 रुपये तक बढ़त दर्ज किये जाने की संभावना है। हाजिर बाजारों में नयी आवक  के बावजूद पिछले वर्ष की तुलना में कम उत्पादन अनुमान के कारण कीमतों में तेजी का रुझान है।
हाजिर बाजारों में नयी फसल की आवक के बावजूद कम उत्पादन अनुमान के कारण कीमतों में तेजी का रुझान है। ग्वारसीड का उत्पादन लगभग 40-50 लाख बैग होने का अनुमान लगाया है, जबकि पिछले वर्ष 60-70 लाख बैग उत्पादन हुआ था। पिछले सीजन के 120-130 लाख बैग की तुलना में 2018-19 (अक्टूबर-सितंबर) में लगभग 80-85 लाख बैग कैरी ओवर स्टॉक रहने का अनुमान है। इस प्रकार नये सीजन में ग्वारसीड की कुल उपलब्धता 125-135 लाख बैग रहने का अनुमान है। ग्वारसीड की कम उपलब्धता को देखते हुए आगामी दिनों में स्टॉकिस्टों द्वारा खरीदारी की जा सकती है।
मेंथा ऑयल वायदा (अक्टूबर) की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ 1,710-1,725 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। कुल मिलाकर सेंटीमेंट में तेजी का रुझान है क्योंकि रुपये के कमजोर होने से निर्यात में बढ़ोतरी हुई है। अधिक कीमत मिलने की उम्मीद से कारोबारी और स्टॉकिस्ट अपने स्टॉक को रोक-कर रखे हुए हैं और रुपये में आगे भी कमजोरी का इंतजार कर रहे हैं। (शेयर मंथन, 16 अक्टूबर 2018)